साध्वीवृंद का नगर प्रवेश
गुवाहाटी।
साध्वी स्वर्णरेखा जी उनकी सहयोगिनी साध्वीवृंद स्वस्तिकाश्री जी, साध्वी सुधांशुप्रभा जी एवं साध्वी गौतमयशा जी के भव्य नगर प्रवेश पर आयोजित स्वागत समारोह में साध्वी स्वर्णरेखा जी ने कहा कि संतों का आगमन आह्लादकारी होता है। जहाँ संतों के चरण पड़ते हैं, वह धरती धन्य हो जाती है। वैसे तो यह धरती आचार्यश्री महाश्रमण के चरण स्पर्श से धन्य हो चुकी है, फिर भी संतों के पुनरागमन से पुण्य की क्रियाएँ संपादित होती रहती हैं। शांतिपुर के शिवशक्ति अपार्टमेंट स्थित सुबोध बिनोद बोरड़ के आवासीय परिसर में आयोजित स्वागत समारोह का शुभारंभ सामूहिक नमस्कार महामंत्र के साथ हुआ। तत्पश्चात मधुर स्वागत गीतिका का संगान तेरापंथ महिला मंडल की बहनों ने किया। इसी क्रम में तेयुप के अध्यक्ष मनीष कुमार सिंघी, महिला मंडल की मंत्री सुशीला मालू, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष बजरंगलाल डोसी, तेरापंथ प्रोफेशनल फोरम के अध्यक्ष संतोष पुगलिया, रास्ते की सेवा के सहयोगी रवि बुच्चा ने वक्तव्य एवं तेरापंथ किशोर मंडल एवं बोरड़ परिवार की बहनों ने गीतिका के माध्यम से साध्वीवृंद का स्वागत-अभिनंदन किया।
साध्वी के रास्ते की सेवा के संयोजक एवं सभा के कार्यकारिणी सदस्य निलेश पगारिया ने बताया कि इस अवसर पर समणी निर्देशिका विपुलप्रज्ञा जी एवं समणी आदर्शप्रज्ञा जी तथा साध्वी स्वस्तिकाश्री जी एवं सुधांशुप्रभा जी ने वक्तव्य, परिचर्चा एवं गीतिका के माध्यम से अपने भावों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर साध्वीवृंद का भावभीना स्वागत करते हुए तेरापंथी सभा, गुवाहाटी के मंत्री रायचंद पटावरी ने कहा कि साध्वीवृंद के शुभागमन पर संपूर्ण गुवाहाटी समाज हर्षित है। इससे पूर्व अमीनगाँव स्थित बिमल दुगड़ के उपहार टी परिसर से विहार करते हुए साध्वीवृंद कामाख्या गेट स्थित जेठमल सेठिया के परिसर में पधारे। मंच संचालन सभा के कार्यकर्ता निलेश पगारिया ने किया।