संस्कार निर्माण कार्यशाला का आयोजन
अमराईवाडी।
मुनि मदन कुमार जी के सान्निध्य में एवं मुनि सिद्धार्थ कुमार जी के निर्देशन में तेममं, अमराईवाड़ी द्वारा संस्कार निर्माण कार्यशाला का आयोजन सिंघवी भवन में किया गया। कार्यशाला की शुरुआत मुनिश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुई। महिला मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण किया। महिला मंडल की अध्यक्षा संगीता सिंघवी ने मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की एवं सभी धर्म परिवार का शब्दों द्वारा स्वागत किया एवं विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।
डॉ0 मुनि मदन कुमार जी स्वामी ने कहा कि वर्तमान युग भौतिक युग है इस भौतिक युग में भौतिकता की चकाचौंध में हमें अपने संस्कारों की सुरक्षा करनी है, संस्कारों का बीजारोपण गर्भ काल से ही हो जाना चाहिए। संस्कारों की संपदा है, उत्कृष्ट अमूल्य। संस्कारों का जीवन में बड़ा महत्त्व होता है, जो व्यक्ति सहनशीलता, विनम्रता और कृतज्ञता इन तीन गुणों को जीवन में आत्मसात कर ले तो उसका जीवन अच्छा बन सकता है। वो उत्कृष्ट जीवन जी सकता है। उपासक प्राध्यापक डालिमचंद नौलखा ने शुभ संस्कार, सम्यक् दर्शन, सम्यक् ज्ञान, सम्यक् चरित्र, देव, गुरु, धर्म आदि के बारे में बताया।
कन्या मंडल ने लघु नाटिका द्वारा एवं ज्ञानशाला के बच्चों ने एक्शन सॉन्ग के द्वारा प्रस्तुति दी। उपासिका मंजु गेलड़ा, सेजल मांडोत, मंडल की मंत्री लक्ष्मी सिसोदिया, सज्जन लाल सिंघवी, सभा के अध्यक्ष रमेश पगारिया, मंत्री गणपत हिरण, सुरभि चंडालिया, महिमा बाफना एवं रिंकु सिंघवी ने कविता, दो शब्द आदि के द्वारा अपने भाव व्यक्त किए। मुनि सिद्धार्थ कुमार जी ने संचालन किया एवं आभार ज्ञापन मंडल की उपाध्यक्ष शशि ओस्तवाल ने किया। कार्यक्रम में सभा, तेयुप, महिला मंडल, कन्या मंडल, किशोर मंडल, ज्ञानशाला सभी की अच्छी उपस्थिति रही।