व्यक्ति नहीं विचार थे आचार्यश्री तुलसी
मॉडल टॉउन, दिल्ली
तेरापंथ भवन मंे आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ‘शासनश्री’ साध्वी रतनश्रीजी ने कहा-‘आचार्य तुलसी एक व्यक्ति नहीं विचार थे, भारतीय संस्कृति के प्रतिनिधि पुरुष थे और मानवीय मूल्यों के प्रतिष्ठापक थे। उन्होंने अपना समग्र जीवन परिवार, समाज, राष्ट्र एवं विश्व निर्माण के लिए समर्पित कर दिया। उनकी जन्म कुंडली में तीन चीजों की प्रबलता थी- संघर्ष, भाग्य एवं सहयोग। उनकी हर प्रगति के पीछे संघर्ष का दावानल उनको रोकने के लिए कटिबद्ध खड़ा था पर वे रूके नहीं, मुड़े नहीं, अपनी मंजिल की ओर गतिशील बने रहे। सफलता स्वयं उनका स्वागत करने के लिए, विजयमाला पहनाने के लिए तत्पर रहती थी।’
श्शासनश्री’ साध्वी सुव्रतांजी ने कहा- ‘उनका जीवन महाकाव्य, महाशास्त्र और महाग्रंथ था। उसको मापने और तुला पर तोलने के लिए कुछ विशिष्ट गज और विशिष्ट तुला चाहिए।’ ‘शासनश्री’ साध्वी सुमनप्रभाजी ने कहा- ‘युग आते हैं और चले जाते हैं। कई युगपुरुष इस धरती पर ऐसे अवतरित होते हैं, जो अपने पदचिन्ह इस धरती पर अंकित करके चले जाते हैं।’ साध्वी कीर्तिकप्रभाजी ने कहा- ‘आचार्यश्री तुलसी को उपमित करने के लिए चाहे समूचा वाङ्मय खोज लिया जाए कोई उपमा नहीं मिलेगी।’
साध्वी चिंतनप्रभाजी ने कहा- ‘आचार्य तुलसी जन-जन के जीवन को उजालों से भरने वाले, जीवन की हर समस्या का समाधान देेने वाले और तेरापंथ धर्मसंघ को जैन धर्म की पहचान बनाने वाले महान आचार्य थे।’ कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञानशाला की छात्रा ने तुलसी अष्टकम से किया। कल्याण परिषद के सदस्य शांतिलाल जैन, तेरापंथ सभा के पूर्वाध्यक्ष दीपक जैन, श्शालीमार बाग तेरापंथी सभा की अध्यक्षा सज्जन बरड़िया, मॉडल टाउन तेरापंथी सभा के अध्यक्ष प्रसन्न जैन, सरोज जैन आदि वक्ताओं ने अपनी भावपूर्ण भावनाओं से आचार्यश्री तुलसी की अभिवंदना की।
ज्ञानशाला संयोजिका विजया ने तुलसी अभिवंदना की। मॉडल टाउन तेरापंथ महिला मंडल ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन महेश नाहटा ने कुशलतापूर्वक किया। अंत में आभार प्रदर्शन मॉडल टाउन तेरापंथी सभा के मंत्री पवनकुमार डोसी ने किया। रात्रि मंे तुलसी संगीत- संध्या का कार्यक्रम अत्यधिक रोचक व उत्साह वर्धक रहा। अनेकानेक गायकों ने प्रेरक एवं आस्थापूर्ण गीत प्रस्तुत किये। सारा वातावरण स्वर लहरियों से अनुगुंजित हो गया। तेरापंथी सभा के मंत्री द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम परिसंपन्न हुआ।