पिता कन्यादान के साथ कन्या को परिवार, समाज व धर्म के संस्कार दें

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पिता कन्यादान के साथ कन्या को परिवार, समाज व धर्म के संस्कार दें

इस्लामपुर (प- बंगाल)
मुनि प्रशांत कुमार जी के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशन में तेममं इस्लामपुर द्वारा कन्यादान आखिर क्यों? कार्यक्रम आयोजित हुआ। मुनि प्रशांत कुमार जी ने कहा कि ज्ञान वस्तु है क्या? फिर भी ज्ञान का दान दिया जाता है। अभयदान भी कोई वस्तु नहीं है। आपके जीवन में जो अच्छाइयाँ हैं, जो गुण हैं वह धन है। साधु जीवन में चारित्र है वह सबसे बड़ा धन है। जो पाँच महाव्रत हैं, वह धन है। साधु को अपने धन की सुरक्षा करनी है। महाव्रतों का सम्यक् रूप से पालन करके आत्मा को पापकर्म से बचाना है। कन्या अपने आपमें धन है। परिवार का कर्तव्य बनता है कि कन्या को सह-संस्कार दें कि वह सामंजस्य, सही चिंतन, सहयोग भाव परिवार को स्वर्ग बना देता हैं परिवार को संस्कारी बनाना यह शिक्षा का सार होना चाहिए।