आचार्य श्री तुलसी के 27वें महाप्रयाण दिवस के आयोजन

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आचार्य श्री तुलसी के 27वें महाप्रयाण दिवस के आयोजन

अररिया कोर्ट
तेरापंथी सभा के तत्वावधान में युगप्रधान आचार्यश्री तुलसी के 27वें महाप्रयाण दिवस का आयोजन मुनि रमेशकुमारजी के सान्निध्य में स्थानीय तेरापंथ भवन में आयोजित हुआ। इस समारोह में बिहार के अनेक क्षेत्रों के श्रद्धालुओं ने भाग लिया। मानवता के मसीहा, आचार्यश्री तुलसी के विराट व्यक्तित्व-कर्तृत्व को उल्लेखित करते हुए मुनि रमेशकुमारजी ने कहा- ‘बीसवीं शताब्दी के वर्चस्वशाली धर्मगुरु थे आचार्यश्री तुलसी। उन्होंने अणुव्रत आन्दोलन के माध्यम से देश को नैतिकता, सद्भावना, साम्प्रदायिक सौहार्द का पावन संदेश प्रदान किया तथा स्वकल्याण और परकल्याण के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया। अणुव्रत के संदेश को जन जन तक पहुँचान के लिये लंबी-लंबी पदयात्राएं की। भारत के तात्कालिक राजनेता, समाज सेवी, प्रबुद्ध नागरिक भी उनके समर्थन में सदैव अग्रणी रहे। तेरापंथ धर्मसंघ कोे अनेक अवदान दिये। इस धर्मसंघ का जो विराट स्वरूप हम देख रहे हैं, वह आचार्य तुलसी की ही देन है। आज के अवसर पर अणुव्रत की आचार संहिता को अपनाकर उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि समर्पित करें। समाज की एकता और अखंडता को विनय और वात्सल्य जैसे गुणों को अपना कर सौहार्दपूर्ण वातावरण का निर्माण करें।’
मुनिश्री ने आचार्यश्री तुलसी के विसर्जन के सूत्र के बारे में बताते हुए कहा- ‘विसर्जन का अर्थ है ममत्व को छोडना। केवल अर्जन ही अर्जन करेंगे तो अस्वस्थ होगे। अर्जन के साथ विसर्जन भी जरुरी है। इसे व्यापक संदर्भ में समझ कर इसे अपनाना चाहिए।’ मुनि रत्नकुमारजी ने कहा- आचार्य तुलसी ने मानव जाति के कल्याण के लिए जो अवदान दिये उनकी आज भी उपयोगिता है। समाज को उन अवदानों को अपने जीवन व्यवहार में अपनाना चाहिए।
इससे पूर्व श्रद्धांजलि समारोह का शुभारंभ मुनि रमेशकुमारजी द्वारा नमस्कार महामंत्रोच्चारण से हुआ। आचार्यश्री तुलसी की स्मृति में सामूहिक जप भी कराया गया। स्थानीय तेरापंथ महिला मंडल ने तुलसी अष्टकम् से मंगलाचरण किया और विसर्जन गीत की प्रस्तुति दी। स्थानीय तेरापंथी सभा उपाध्यक्ष सचिन दुगड़ ने समाज की ओर से सभी का स्वागत किया। ज्ञानशाला के बच्चों ने आचार्यश्री तुलसी की स्मृति में शुद्ध उच्चारण सहित मंत्र जप से रोचक प्रस्तुति दी। तेरापंथी महासभा के उपाध्यक्ष नेमीचन्द बैद, नेपाल बिहार तेरापंथी सभा के अध्यक्ष भैरुदान भूरा, तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष पंकज बोथरा, अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष प्रदीप चौरड़िया, अररिया आर एस तेरापंथी सभा के अध्यक्ष राजेन्द्र बेगवानी, फॉरबिसगंज के दीपक समदरिया आदि वक्ताओं ने आचार्यश्री तुलसी के जीवन पर भावपूर्ण विचारों को प्रस्तुत किया। तेममं फॉरबिसगंज एवं गौरव दुगड़ ने सुमधुर गीत प्रस्तुत किया। तेरापंथी सभा के मंत्री राजू दुधोड़िया ने आभार ज्ञापित किया। अभातेयुप के पूर्व उपाध्यक्ष अमित नाहटा समारोह का सफल संचालन किया।