प्रेक्षाध्यान विष्वषांति और जनकल्याण का महत्वपूर्ण साधन है-अणुव्रत

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प्रेक्षाध्यान विष्वषांति और जनकल्याण का महत्वपूर्ण साधन है-अणुव्रत

दिल्ली - आचार्यश्री तुलसी द्वारा प्रवर्तित अणुव्रत आंदोलन से मैं छात्रजीवन से परिचित हूं। वर्तमान में आचार्यश्री महाश्रमणजी की अणुव्रत यात्रा अत्यन्त महत्वपूर्ण और विश्वशांति व जनकल्याण का महत्वपूर्ण साधन है। उक्त आशय के विचार नव मनोनीत केंन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा, दिल्ली, जैन विश्व भारती, अणुविभा सोसाइटी, जैन विश्व भारती संस्थान, अग्रवाल मित्र परिषद और अरिवल भारतीय अणुव्रत न्यास द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अणुव्रत भवन प्रांगण में व्यक्त किए। 
चर्तुविध धर्मसंघ की उपस्थिति में आयोजित इस संघ प्रभावक कार्यक्रम में उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमलकुमारजी, ‘शासनश्री’ साध्वी संघमित्राजी, ‘शासनश्री’ साध्वी शीलप्रभाजी के प्रेरक उद्बोधन हुए। साध्वी वृंद द्वारा गीत की प्रस्तुति हुई। मंगलाचरण अणुव्रत गीत द्वारा अणुव्रत समिति दिल्ली व गाजियाबाद के सदस्यों ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ‘शासन सेवी’ कन्हैयालाल जैन पटावरी ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. संजीव शर्मा, प्रबंध मंडल सदस्य, जैन विश्व भारती संस्थान ने अभिनंदन वक्तव्य प्रस्तुत किया। 
जैन विश्व भारती की ओर से ट्रस्टी पन्नालाल बैद, अग्रवाल मित्र परिषद के अध्यक्ष संजय जैन, दिल्ली तेरापंथी सभा अध्यक्ष सुखराज सेठिया, अणुविभा महामंत्री भीखम सुराना, अणुव्रत न्यास प्रबंध न्यासी के.सी. जैन आदि ने अपने विचार व्यक्त किये। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्षा मंजू जैन, तेयुप अध्यक्ष विकास सुराणा, टी.पी.एफ. अध्यक्ष राजेश गेलड़ा, अणुव्रत समिति अध्यक्ष शांतिलाल पटावरी, कुसुम सुराणा आदि ने संस्थागत रूप से अर्जुनराम मेघवाल का शाल्यार्पण, अंगवस्त्र और साहित्य से सम्मान किया। कुसुम लूणिया ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। 
साहित्यचेता ललित गर्ग की पुस्तक ‘जीवन का कल्पवृक्ष’ का अर्जुनराम मेघवाल ने लोकार्पण किया। बड़ी संख्या में दिल्ली एनसीआर क्षेत्र के श्रावक समाज की उपस्थिति से भव्य कार्यक्रम आयोजित हुआ, संचालन दिल्ली सभा के महामंत्री प्रमोद घोड़ावत ने किया। कार्यक्रम में समाज भूषण मांगीलाल सेठिया, महासभा उपाध्यक्ष सुमन नाहटा, प्रसिद्ध मोटिवेटर टी एस मदान, अंर्तराष्ट्रीय कवि राजेश चेतन, जीतो नोर्थजोन की सोनाली जैन सहित दिल्ली सभा के अनेक पदाधिकारी, अणुव्रत न्यास के न्यासी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम अत्यन्त संघ प्रभावक रहा।