चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

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चातुर्मासिक मंगल प्रवेश

मैसूर
कार्यक्रम का शुभारंभ तेरापंथ महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण, स्वागत गीतिका से हुआ। तेरापंथ सभा अध्यक्ष प्रकाश दक ने सभी का स्वागत किया। इस मंगल अवसर पर विधायक श्रीवस्थ ने मुनिश्री के प्रति मंगलभावना एवं कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए मुनिश्री के संयममय जीवन के बारे में जानकारी देते हुए अपने विचार व्यक्त किए। अमरचंद दक ने मुनि रश्मिकुमारजी का संक्षिप्त परिचय दिया। विकास दक द्वारा मुनि प्रियांशुकुमारजी के बारे में संक्षिप्त परिचय दिया गया। सरगम टीम ने मुनिश्री का स्वागत गीतिका द्वारा स्वागत किया। मैसूर ज्ञानशाला विधार्थियों द्वारा मुनि प्रियांशुकुमारजी के बाल्यकाल से संयम जीवन पर आधारित चलचित्र द्वारा अपनी सुंदर प्रस्तुति दी। मुनि प्रियांशु कुमारजी के संसारपक्षीय नौलखा परिवार ने मुनिश्री का स्वागत गीतिका द्वारा किया। मुनि प्रियांशुकुमारजी ने अपना उद्बोधन देते हुए गुरु और धर्म के प्रति निष्ठा रखने एवं सबसे ज्यादा से ज्यादा धर्म ध्यान करने की प्रेरणा दी।
मुनि रश्मिकुमारजी ने अपना मंगल संबोधन नमस्कार महामंत्र, मंगल जाप से प्रारंभ करते हुए फरमाया कि इस चातुर्मास में ज्यादा से ज्यादा जप, तप, त्याग, तपस्या कर अपने पाप कर्मों की निर्जरा करने का यह सुवर्ण अवसर है। इस चातुर्मास में ज्यादा से ज्यादा तप-तपस्या करने, आगामी सप्ताह तीन दिवसीय अखंड जाप, तेला, ज्यादा से ज्यादा संख्या में करने व धर्म लाभ लेने की प्रेरणा देते हुए आगामी चातुर्मास में होने वाले कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सभी के प्रति मंगल कामना व्यक्त की।
इस अवसर पर मैसूर से जैन स्थानकवासी, मंदिरमार्गी, दिगंबर, साधुमार्गी संघ, पिंजरापोल संस्था के पदाधिकारीगण एवं बैंगलोर, विजयनगर, मंड्या, मैसूर क्षेत्र से टी नरसीपुर, गुंडलपेट, नंजूनगुडू, होले नरसीपुर, एचडी कोट, सरगुर, श्रीरंगापटन, पांडवपुर, बनूर, हुनसूर, कुशालनगर, प्रियापटना आदि अनेक क्षेत्र से गणमान्य सदस्यों की उपस्थिति रही। इस अहिंसा रैली और मंगल प्रवेश को सफल बनाने में तेयुप एवं सभा का अहम योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन विकास दक, धन्यवाद सभा मंत्री महावीर मारू ने किया।