आचार्य श्री भिक्षु का 298वाँ जन्म दिवस एवं 266वाँ बोधि दिवस
हिसार।
हिसार में सत्य भवन के सभागार में आचार्य भिक्षु का 298वाँ जन्म दिवस व 266वाँ बोधि दिवस तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज जी के सान्निध्य में मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज जी के द्वारा सामूहिक भक्तांबर पाठ से हुआ। महिला मंडल ने मंगलाचरण गीत द्वारा भावना प्रकट की। तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु तेरापंथ धर्मसंघ के संस्थापक आचार्यश्री भिक्षु का जन्म वि0सं0 1783 आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी को राजस्थान के पाली जिले में कंटालिया ग्राम में हुआ। पिता बल्लू शाह संकलेचा व माता दीपाबाई की कुक्षि से मंगलवार को सिंह स्वप्न से हुआ।
आचार्य भिक्षु बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के धनी थे। आचार्य भिक्षु एक दार्शनिक संत, मौलिक लेखक, प्रखर वक्ता, मधुर संगायक तथा महान समाज सुधारक थे। मुनि जिज्ञासु कुमार जी ने आचार्य भिक्षु के जीवन पर संस्मरण सुनाए। मंच संचालन तेरापंथ सभा के मंत्री गौरव जैन ने किया। इस दौरान प्रतियोगिता भी करवाई गई। कार्यक्रम में सभा अध्यक्ष संजय जैन, सुरेश जैन, महिला मंडल अध्यक्षा योगिता जैन, किशोर मंडल से कार्तिक जैन ने अपने विचार रखे। कार्यक्रम में लोगों की सराहनीय उपस्थिति रही। आसपास के क्षेत्र बालसमंद, आर्यनगर आदि से भी श्रावक उपस्थित रहे।