त्रिदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन

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त्रिदिवसीय कार्यक्रम का आयोजन

ग्रीन पार्क ;दक्षिण दिल्लीद्ध
साध्वी डॉ0 कुंदनरेखा जी के सान्निध्य में ‘त्रिदिवसीय कार्यक्रम’ केंद्र द्वारा निर्धारित उल्लासमय वातावरण में मनाया गया। साध्वी कुंदनरेखाजी ने कहा कि आचार्य भिक्षु का जन्म मानवता के मसीहा का जन्म था, जिन्होंने अपनी प्रत्युत्पन्न मेधा से बचपन में ही ‘ज्ञानी गुरु’ का न केवल खिताब पाया, बल्कि बड़े बुजुर्गों का सम्मान भी प्राप्त किया। राजनगर में बोधि प्राप्त कर तेरापंथ धर्मसंघ जैसी धरोहर दुनिया के कल्याण हेतु समर्पित की। मर्यादा, अनुशासन एवं एक गुरु के नेतृत्व में यह तेजस्वी धर्मसंघ निरंतर आध्यात्मिक ऊँचाईयों का स्पर्श कर रहा है। साध्वी सौभाग्ययशाजी ने कहा कि संघ त्राण है, प्रतिष्ठा है, गति है। इसकी नींव फौलादी मर्यादा से इतनी सुदृढ़ है कि किसी भी तरह की विपरीत आँधियाँ कुछ नहीं बिगाड़ सकती। तेरापंथ स्थापना दिवस हमारे लिए नई प्रेरणा लेकर आया है।
साध्वी कल्याणयशाजी एवं साध्वी कर्तव्ययशा जी ने अपनी-अपनी भावनाएँ विचारों एवं गीतों के माध्यम से प्रस्तुति दी। तेरापंथ सभा, दक्षिण दिल्ली के अध्यक्ष हीरालाल गेलड़ा, दिल्ली तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुखराज सेठिया ने अपनी भावांजलि आचार्य भिक्षु के चरणों में समर्पित की। रजनी बाफना, सोनिया दुगड़, सुमन कोठारी, रेणु दुगड़, हेमा चोरड़िया, कमल सेठिया, कुंमकुम संचेती कल्पना सेठिया, अरुणा डूंगरवाल, प्रदीप खटेड़ आदि ने अपनी-अपनी गीतिकाओं के द्वारा ‘धम्म जागरणा’ में समा बाँध दिया। साध्वी कल्याणयशाजी एवं साध्वी सौभाग्ययशाजी की मधुर स्वर लहरियों ने सबके मन को मोहित कर दिया। कार्यक्रम का प्रारंभ ‘मंगलाचरण’ हीरालाल गेलड़ा द्वारा किया गया।