स्वस्थ जीवन का आधार है योग
कानपुर
महातपस्वी आचार्यश्री महाश्रमणजी की सुशिष्या साध्वी संगीतश्रीजी ठाणा-4 के सान्निध्य में और अणुव्रत समिति, कानपुर के तत्वावधान में वृंदावन अपार्टमेंट, स्वरूप नगर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीजी के महामंत्रोच्चार से हुआ। कनकलता जम्मड़, सुधा बुच्चा ने मंगल गीत प्रस्तुत किया। साध्वी संगीतश्रीजी ने कहा- करे योग, रहे निरोग। हमें स्वस्थ रहना है तो योगाभ्यास अवश्य करें ।योग भारतीय परंपरा और संस्ड्डति की अमूल्य धरोहर है। योग हमारी जीवनशैली में परिवर्तन लाकर हमें जागरूक करता है। शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रोगों से मुक्त होने के लिए योग जरूरी है। आचार्यश्री तुलसी, आचार्य महाप्रज्ञजी ने अणुव्रत, प्रेक्षाध्यान का ऐसा पैगाम दिया, जिससे योग साधना के द्वारा दीर्घश्वास, समवृतिश्वास, अनुलोम- विलोम आदि प्रयोगों के द्वारा हम स्वस्थता का अनुभव कर सकते हैं। योग वीतराग मार्ग का महान साधन है। तनाव और कषायों की मुक्ति का आमोद मंत्र है। इस कार्यक्रम में अणुव्रत समिति के मंत्री प्रमोद सुराणा, तेरापंथी सभा अध्यक्ष धनराज सुराणा, मंत्री संदीप जम्मड़ तथा अन्य श्रावक- श्राविका उपस्थित थे।