भारतीय परंपरा में योग साधना का महनीय स्थान है

संस्थाएं

भारतीय परंपरा में योग साधना का महनीय स्थान है

हैदराबाद
तेरापंथी सभा सिकंदराबाद के आयोजकत्व में मारेडपल्ली स्थित देवेंद्र कुमार विनय कुमार नाहटा के निवास स्थान पर साध्वी डॉ. मंगलप्रज्ञाजी के सान्निध्य में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। साध्वी मंगलप्रज्ञाजी ने योगार्थ उपस्थित संपूर्ण परिषद् को संबोधित करते हुए कहा- भारतीय परंपरा में योग साधना का अत्यधिक महत्व है। शक्ति, शांति और आनंद की प्राप्ति के लिए योग का आलंबन काफी कारगर सि( हो रहा है। उन्होंने कहा तेरापंथ धर्मसंघ के नवमाचार्य गुरुदेवश्री तुलसी के निर्देशानुसार प्रेक्षा प्रणेता आचार्यश्री महाप्रज्ञजी ने वैज्ञानिक आधारित प्रेक्षाध्यान शिविर का प्रारंभ किया। प्रेक्षाध्यान के विभिन्न प्रयोगों से अनेक जटिल रोगों का भी निवारण हो रहा है। ध्वनि विज्ञान एक ऐसा सशक्त प्रयोग है, जिससे आसपास का वातावरण विशु( बन जाता है और साधक आनंद तृप्ति का महत्वपूर्ण प्रयोग कर सकता है।
विरासत में प्राप्त इस शक्ति का हमेंदृदृढ़ संकल्प के साथ उपयोग करना चाहिए। प्रशिक्षक ललित किशोर, बबीता एवं सीमा सिंह ने योग शिविरार्थियों को अनेक प्रयोग, आसन एवं प्राणायाम करवाए। श्री जैन श्वेतांबर तेरापंथी सभा सिकंदराबाद द्वारा प्रशिक्षिकों का साहित्य द्वारा सम्मान किया गया। श्रीमती संचेती ने कहा हर व्यक्ति को योग के लिए समय जरूर निकालना चाहिए। योग स्वस्थता का सशक्त आधार है।