आचार्य भिक्षु जन्म महोत्सव व बोधि दिवस का आयोजन
मालवीय नगर, जयपुर।
शासन गौरव साध्वी कनकश्री जी के सान्निध्य में आचार्यश्री भिक्षु का 298वाँ जन्म महोत्सव व 266वाँ बोधि दिवस तेरापंथी सभा, जयपुर द्वारा अणुविभा केंद्र में मनाया गया। सायर बागरेचा ने मंगलाचरण किया। शासन गौरव बहुश्रुत साध्वी कनकश्री जी ने आचार्यश्री भिक्षु को विनयांजलि अर्पित करते हुए कहा कि संत भीखणजी ज्योति का उपहार लेकर जन्मे और ज्योति का प्रसाद निरंतर बाँटते रहे। जन्म के समय एक दाँत और मधुर मुस्कान उस बात का प्रतीक था कि वे विश्व के लिए मंगलकारी सिद्ध होंगे।
राजनगर में बोधि प्राप्ति के प्रसंगों को प्रस्तुत करते हुए साध्वीश्री जी ने कहा कि आप महान आत्मार्थी संत थे। आपके प्रखर बुद्धि वैभव, विवेक व सत्य मार्ग पर चलने के अदम्य साहस ने धर्मरूपी निर्मल गंगा में फैले प्रदूषण को साफ कर दिया। शासन गौरव साध्वीश्री द्वारा रचित गीतिका का साध्वी मधुलता जी आदि साध्वियों ने संगान किया। साध्वी मधुलेखा जी व साध्वी समितिप्रभा जी ने वक्तव्य द्वारा भावाभिव्यक्ति दी। सभा के उपाध्यक्ष सुरेश बरड़िया ने कविता द्वारा तथा ज्ञानार्थी निश्चय बरड़िया ने गीतिका द्वारा आस्थासिक्त प्रस्तुति दी। साध्वी मधुलता जी ने कार्यक्रम का संचालन किया।