चातुर्मासिक मंगल प्रवेश एवं स्वागत समारोह

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चातुर्मासिक मंगल प्रवेश एवं स्वागत समारोह

सुनाम।
तेरापंथी सभा, सुनाम के तत्त्वावधान में साध्वी कनकरेखा जी के चातुर्मासिक मंगल प्रवेश पर स्वागत समारोह का समायोजन किया गया। तेरापंथी सभा, तेयुप, तेममं, अणुव्रत समिति, कन्या मंडल व ज्ञानशाला सभी अपने-अपने गणवेश में जैन ध्वज तले जय नारों के साथ रैली की शोभा बढ़ा रहे थे। साध्वीश्री जी के आगमन पर सभी में नया जोश, नया उत्साह दिखाई दे रहा था। शहर के मुख्य मार्ग से होती हुई रैली परिषद के रूप में परिणत हो गई। कार्यक्रम का शुभारंभ आगमवाणी के साथ साध्वी गुणप्रक्षाश्री जी, साध्वी संवरविभा जी, साध्वी केवलप्रभा जी, साध्वी हेमंतप्रभा जी ने किया। साध्वी कनकरेखा जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ प्राणवान धर्मसंघ है, इसकी व्यवस्था मर्यादा व अनुशासन की शीतल छाया में हमारी संयम यात्रा गतिशील है, गुरुदेव के इंगित अनुसार हमने प्रवास प्रवेश किया। 5 महीने के इस पावस में अधिक से अधिक लाभ उठाकर अंतर यात्रा करें, पंचाचार की आराधना करें, तप, त्याग के साथ आपने हमारा सच्चा स्वागत किया और भी साधना के क्षेत्र में विकास करना है।
इस अवसर पर सभा अध्यक्ष रामस्वरूप पंजाब प्रांतीय सभा अध्यक्ष केवल कृष्ण रामलाल, तेयुप अध्यक्ष अरिहंत जैन, महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा जैन, सोना जैन, सभा मंत्री सुरेश जैन ने अपने भावों के साथ साध्वीश्री जी का अभिनंदन किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ0 अमित कंसल ने कहा कि मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है, मैं तेरापंथ की साध्वीश्री जी का तेहदिल से स्वागत करता हूँ। साध्वीश्री जी के आगमन पर रात्रि भोजन नहीं करने का संकल्प करता हूँ। अनुशासन के साथ अणुव्रत रैली का आयोजन रहा। मंच संचालन रविंद्र जैन ने किया। सुमित जैन ने साध्वीश्री जी का परिचय प्रस्तुत किया।