आध्यात्मिक महामंत्र जप अनुष्ठान का गुलदस्ता
आमेट।
साध्वी कीर्तिलता जी की विशेष प्रेरणा से तेरापंथ भवन में आध्यात्मिक जप का कार्यक्रम चल रहा है, जिसमें तेरापंथ सभा, महिला मंडल, तेयुप, कन्या मंडल सबकी सहभागिता उल्लेखनीय है। अष्टमी को ¬ के आकार से उपसर्ग स्तोत्र का सामूहिक जप चला। नवमी को स्वास्तिक के आकार में भक्तामर स्तोत्र का सामूहिक जप रखा गया। दशमी को तेयुप द्वारा पिरामिड के आकार में जैन धर्म का महामंत्र नमस्कार महामंत्र का तन्मयता से जप चला। प्रत्येक दिन अलग-अलग संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अपना दायित्व निभाया।
साध्वी कीर्तिलता जी ने उपसर्ग स्तोत्र का महत्त्व बताया। नमस्कार महामंत्र की महिमा अपरंपार है, जिसने भी इस मंत्र को तन्मयता से केंद्र व रंगों के साथ जप किया। उसका कार्य सिद्ध हुआ है। साध्वीश्री जी ने तेले की तपस्या की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में श्रावक समाज की अच्छी उपस्थिति रही।