विशेष अनुष्ठान कार्यक्रम का आयोजन
सिवानी।
शासनश्री साध्वी कुंथुश्री जी के सान्निध्य में सभा के तत्त्वावधान में तेरापंथ भवन में भक्तामर स्तोत्र का विशेष अनुष्ठान कार्यक्रम आयोजित किया गया। साध्वी सुलभयशा जी, साध्वी संबोधयशा जी ने ऋषभाय नमः स्तुति गीत से मंगलाचरण किया। साध्वी कुंथुश्री जी ने कहा कि भक्तामर स्तोत्र जैन परंपरा में सर्वमान्य स्तोत्र है। आचार्य मानतुंग ने विशेष परिस्थितियों में इसकी रचना की थी। यह भक्ति रस से आप्लावित है। संसार में अनेक बाधाएँ हैं, विघ्न हैं, समस्याएँ हैं। उनका सामना करने के लिए मनोबल प्रबल होना चाहिए, बाधाओं को हटाने के लिए आलंब चाहिए। स्तोत्र। सभी परंपराओं में अनेक स्तोत्रों की रचना हुई है। उनके सहारे विघ्न-बाधाओं, समस्याओं को दूर किया गया। जैनों में भक्तामर एक शक्तिशाली स्तोत्र है। इसका प्रतिदिन पाठ करने से शक्ति, शांति की प्राप्ति होती है एवं आने वाली परिस्थितियों का भी समाधान किया जा सकता है। साध्वी सुमंगलाश्री जी ने कार्यक्रम का संचालन किया, इसमें अध्यक्ष रतनलाल जैन, अमित जैन, संजीव जैन, तपस्वी गोकुल जैन आदि अनेक भाई-बहन उपस्थित हुए।