मंत्र दीक्षा के विविध आयोजन
मालवीय नगर, जयपुर
शासन गौरव बहुश्रुत साध्वी कनकश्री जी के सान्निध्य में तेयुप, जयपुर द्वारा अणुविभा के प्रांगण में मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन हुआ। ज्ञानार्थियों ने सामुहिक संगान ज्ञानशाला गीत के द्वारा कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। शासन गौरव बहुश्रुत साध्वी कनकश्री जी ने कहा कि ज्ञानशाला बाल पीढ़ी में अच्छे संस्कारों के निर्माण की शाला है। अनुशासन, विनम्रता, ज्ञान, जैन सद्गुणों का विकास ज्ञानशाला व संतों के संपर्क से संभव है। नमस्कार महामंत्र के महत्त्व एवं प्रभाव पर प्रकाश डालते हुए साध्वीश्री जी ने ज्ञानार्थियों को नवकार मंत्र, जाप, मांसाहार, व्यसन व अपशब्द वर्जन, गुरुजनों का विनय करना आदि संकल्प दिलाए। साध्वी मधुलता जी ने कहा कि बच्चे समाज की नींव होते हैं, इसलिए उनका संस्कारी, सुशिक्षित व शालीन होना जरूरी है। ज्ञानशाला इसका श्रेष्ठ उपक्रम है। नमस्कार महामंत्र द्वारा अपनी व परिवार की सुरक्षा हेतु महामंत्र से सुरक्षा कवच बनाने का आध्यात्मिक प्रयोग कराया।
कनक आंचलिया ने नौ की तपस्या, ज्ञानार्थी जिया छाजेड़ व सविता सेठिया के अठाई तप की अनुमोदना में साध्वीवृंद ने सामूहिक गीतिका का संगान किया। ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाओं ने सामुहिक गीतिका द्वारा सुमधुर प्रस्तुति दी। ज्ञानार्थी वैभव व ओजस संचेती ने मंत्र दीक्षा गीत, सिया बरड़िया ने सोलह सती स्तवन तथा निश्चय बरड़िया ने गुरुदेव पर भावपूर्ण गीत द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी। ज्ञानार्थी श्रेयांस बोथरा ने मुक्तक, गौरवी बरड़िया ने वक्तव्य व अर्णव नेनावटी ने नमस्कार महामंत्र के प्रभाव एवं परिणाम पर अपने विचार व्यक्त किए। तेयुप कोषाध्यक्ष ऋषिकेश बोथरा ने आभार ज्ञापन किया। तेयुप कार्यकर्ता सौरभ जैन ने मंच का संचालन किया।