मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन

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मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन

जलगांव
मुनि आलोककुमारजी के सान्निध्य में मंत्र दीक्षा कार्यक्रम का आयोजन अणुव्रत भवन में किया गया। मुनि आलोक कुमारजी ने मंत्रांे के उच्चारण के द्वारा संस्कार निर्माण की आवश्यकता पर अपने विचार प्रस्तुत किये। मुनिश्री ने कहा कि नमस्कार महामंत्र के प्रतिदिन जप करने से हम कर्म निर्जरा कर सकते हैं। भौतिकवाद की चकाचौंध में बच्चों के संस्कार निर्माण हेतु ज्ञानशाला उपयोगी उपक्रम है एवं मंत्र दीक्षा के माध्यम से बच्चों में संस्कारों का एक सुरक्षा कवच निर्माण किया जाता है।
मुनि हिमकुमारजी ने नमस्कार महामंत्र पर सुंदर गीत की प्रस्तुति की। अपने वक्तव्य में मुनिश्री ने एक कहानी के माध्यम से प्रतिदिन नमस्कार मंत्र के जप की प्रेरणा दी। मुनि लक्ष्यकुमारजी ने नमस्कार महामंत्र का मासखामण करने की सभी ज्ञानार्थी बच्चांे को प्रेरणा प्रदान की। जलगांव ज्ञाऩशाला के ज्ञानार्थी बच्चांे द्वारा विशेष प्रस्तुति की गयी। तेयुप अध्यक्ष सुदर्शन बैद ने अपने विचार व्यक्त किये। ज्ञाऩशाला के ज्ञानार्थी श्रेयांश जयेश लोढ़ा के 7 की तपस्या में उपस्थिति कार्यक्रम की विशेषता रही। कार्यक्रम में जलगांव, भुसावल व नशीराबाद से कुल 60 ज्ञानार्थी बच्चे उपस्थित थे। आयोजन की सफलता में ज्ञानशाला प्रशिक्षिकाओं, ज्ञानशाला प्रभारी, तेरापंथ युवक परिषद के पदाधिकारीगण एवं कार्यसमिति सदस्यों का विशेष योगदान रहा।