
प्रभावक संथारे का गरिमापूर्ण समपन
बीदासर
राजस्थान के जाने माने क्षेत्र बीदासर के निवासी वर्तमान में हैदराबाद प्रवासी भंवरलाल बोथरा सुपुत्र स्व. चौथमल बोथरा दत्तक पुत्र स्व . सोहनलाल बोथरा का 32 दिनों के तिवीहारी अनशन एवं 2 घंटे 41 मिनट के चौविहारी अनशन में स्वर्गारोहण हो गया। वे 80वें वर्ष में प्रवेश कर चुके थे। यहां गौरतलब है कि बीदासर के इस जाने माने बोथरा परीवार की तीन पीढ़ियों में यह संभवतः दसवां संथारा था। किसी एक परीवार में संथारे के इतने बड़े चैन का होना जहां गौरव की बात है वहां शोध का विषय भी है कि ऐसा उदाहरण तेरापंथ धर्मसंघ में अन्यत्र है या नहीं।
आप शासनसेवी, तेरापंथ विकास परिषद् के सदस्य पदमचंद पटावरी के साले थे। आपके अनुज पारस मल बोथरा वर्तमान में राजसमंद में रह रहे थे। आपके दो पुत्र संजय, सुनील, क्रमशः पटना व हैदराबाद में व्यवसायरत है। आपकी बैंकुंठी यात्रा 5 जुलाई को एवं स्मृति सभा एवं शोक सभा निवारण 7 जुलाई 23 को श्रद्धेया डॉ . साध्वी मंगलप्रज्ञाजी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन सिकन्दराबाद में संपन्न हुआ।