ज्ञानालोक से स्वयं को आलोकित करें
मदुरै
ज्ञान के प्रकाश से अज्ञान रूपी तिमिर का नाश करके ही आत्मा का अभिनव विकास कर सकते हैं। जैन विद्या कार्यशाला ज्ञान खजाना को भरने का एक विशेष उपक्रम है। इस साल परम पूज्य आचार्यश्री महाश्रमण जी द्वारा लिखित तीन बातें ज्ञान की पुस्तक पर आधारित यह कार्यशाला मदुरै के लिए ज्ञान जागरण हेतु विशेष उपयोगी बनी। मुनि भरत कुमार जी ने कहा कार्यशाला द्वारा पाना है ज्ञान, जिससे हम कर सकें आत्मा की पहचान।
बाल संत जयदीप कुमार जी ने ज्यादा-से-ज्यादा इस कार्यशाला में संभागी बनने की प्रेरणा दी। जैन विद्या कार्यशाला के बैनर का विमोचन मुनिश्री समक्ष तेयुप अध्यक्ष संदीप बोकड़िया, उपाध्यक्ष अभिनंदन बागरेचा, मंत्री राजकुमार नाहटा द्वारा किया गया। तथा कार्यशाला की किट का वितरण भी किया गया।
कार्यशाला के लाभार्थी नरपतसिंह, धीरज कुमार दुगड़ परिवार का तेयुप की तरफ से धन्यवाद ज्ञापन किया गया।