एक्सप्लोर-द पावर विदिन का आयोजन
गांधीनगर-बैंगलोर
तेरापंथ युवक परिषद्, बैंगलोर के तत्वावधान में मुनि हिमांशुकुमारजी के सान्निध्य में ‘एक्सप्लोर-द पावर विदिन’ का आयोजन तेरापंथ भवन, गांधीनगर में किया गया। मुनि हिमांशुकुमारजी के मंगल मंत्रोच्चार के साथ कार्यशाला का शुभारंभ किया गया।
मुनि हेमंतकुमारजी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में सफल जीवन एवं जीवन में सफलता के अंतर को उदाहरणों के माध्यम से प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि आज हर व्यक्ति आलस्य, खालीपन, डर और चिंता से ग्रसित है। इन सब से मुक्ति पाने के लिए व्यक्ति को स्वयं के अंदर से परिवर्तन करना अपेक्षित है। किसी की प्रेरणा से व्यक्ति केवल कुछ कदम चल सकता है पर यदि व्यक्ति खुद की अंतः प्रेरणा से चलने का प्रयत्न करे तो मंजिल तक पहुंच सकता है। इसके लिए मनुष्य को अपने अंदर छिपी शक्तियों को पहचानना होता है, जो उसके जीवन को सफल बना सकें। मुनिश्री ने आगे सफलतम जीवन के लिए अंग्रेजी भाषा के तीन सूत्रों थिंक बिग, स्टार्ट स्मॉल एवं स्केल कंसिस्टेंटली पर विशेष चर्चा की। कार्यशाला में लगभग 100 संभागियों ने भाग लिया। जंबल वर्ड्स एवं लोगो क्विज के विजेताओं को तेयुप अध्यक्ष रजत बैद, उपाध्यक्ष विवेक मरोठी एवं मंत्री रोहित कोठारी ने पुरस्कारों से सम्मानित किया। संयोजक राकेश कुमार चोरड़िया ने विशेष श्रम नियोजित किया। उपाध्यक्ष आलोक कुंडलिया, सहमंत्री संदीप चोपड़ा, कोषाध्यक्ष तरुण पटावरी, विमल धारीवाल, मोहित सुराणा का सराहनीय सहयोग प्राप्त हुआ। कार्यशाला में प्रदीप चौपड़ा, मनीष भंसाली, प्रकाश सालेचा, पंकज भंडारी, अमित भंडारी आदि कार्यसमिति सदस्य एवं साधारण सदस्यों के साथ श्रावक-श्राविका समाज की उपस्थिति रही।