मासखमण तपाभिनंदन
नोखा
तेरापंथ भवन में फूसराज सुखलेचा के मासखमण के तथा उनकी पुत्री सेजल जैन के 9 की तपस्या का तप अभिनंदन कार्यक्रम शासन गौरव साध्वी राजीमती जी के सान्निध्य में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत सुखलेचा परिवार की बालिकाओं ने मंगलाचरण से की। तत्पश्चात परिवार से बहु-बेटियों ने गीतिका, तुषार एवं सुमन ने मारवाड़ी कविता, प्रिया, अरिहंत सुखलेचा, रवींद्र लुणावत और माणकचंद चोरड़िया ने अपने भावों द्वारा तप की अनुमोदना की। नन्ही बालिकाओंगरिमा और गर्विता ने रोचक नाटक द्वारा अपने बाबा के मासखमण तप का गुणगान किया।
कार्यक्रम में शासन गौरव साध्वी राजीमती जी ने अपने पाथेय में तप को मंगलकारी और अनंत कर्मों का क्षय करने का साधन बताया। श्रम और तप दोनों को चिकित्सा बताते हुए उनोदरी को भी तप बताया। अन्य साध्वीवृंद ने गीतिका एवं शासनश्री साध्वी समताश्री जी ने साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी के संदेश का वाचन किया। महिला मंडल, तेयुप, कन्या मंडल द्वारा सुमधुर गीतिकाओं का संगान किया गया। तेयुप के सुनील बैद, उपासक अनुराग बैद, उपासिका निर्मला सेठिया, महिला मंडल अध्यक्षा मंजु देवी बैद, सभा मंत्री इंदरचंद बैद आदि ने भी अपने भावों द्वारा तपस्वी के प्रति भावांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम में जैन विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलपति बच्छराज दुगड़, वरिष्ठ श्रावक धर्मचंद लुंकड़, सभा अध्यक्ष हनुमानमल ललवानी, तेयुप अध्यक्ष रूपचंद बैद, नगरपालिका उपाध्यक्ष निर्मल भूरा, बाबूलाल पारख आदि अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन तेयुप के अरिहंत सुखलेचा ने किया।
तेरापंथ सभा, महिला मंडल, तेयुप और सुखलेचा परिवार की तरफ से तपस्वी फूसराज सुखलेचा और सेजल जैन को तपाभिनंदन पत्र, साहित्य, सामायिक किट भेंट की गई।