ज्ञाानशाला ऐसा उपक्रम है, जहां से बच्चे महाव्रती बन संघ सेवा करते हैं
किशनगढ़
अणुव्रत चौक स्थित तेरापंथ भवन में शासनश्री साध्वी मधुरेखाजी के सान्निध्य में ज्ञानशाला दिवस का कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वीश्रीजी ने नमस्कार महामंत्र से किया। मंगलाचरण ज्ञानशाला के बच्चों ने ज्ञानशाला गीत के माध्यम से किया। बच्चों ने कव्वाली, संवाद और गीत की सुन्दर प्रस्तुतियां दी। तेरापंथी सभा अध्यक्ष माणकचंद गेलड़ा, मंत्री डॉ. अजय कवाड़, क्षेत्रीय ज्ञानशाला संयोजिका अंजू छाजेड़, किशनगढ़ ज्ञानशाला प्रभारी वंदना सुराणा एवं ज्ञानशाला मुख्य प्रशिक्षिका रितिक बोथरा ने वक्तव्य से अपनी भावनाएं प्रस्तुत की।
साध्वी मधुरेखाजी ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि ज्ञानशाला ऐसा उपक्रम है, जहाँ से तैयार बच्चे महाव्रती बन कर संघ की सेवा कर सकते हैं। ज्ञानशाला में बच्चों में संस्कारों का बीजारोपण किया जाता है, जिससे बच्चे बचपन से ही धर्म और कर्म के प्रति अपना कर्तव्य समझ पाए। आभार ज्ञापन सह मुख्य प्रशिक्षिका रजनी कर्नावट ने किया। इस अवसर पर तेरापंथ युवक परिषद से वर्धमान डूंगरवाल, तेरापंथ महिला मण्डल अध्यक्ष किरण देवी बोथरा, मंत्री कविता गेलड़ा, अनुराधा सेठिया, निशा चंडालिया, प्रिया नाहटा आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन प्रतिभा कोठारी ने किया।