रक्षाबंधन कार्यशाला का आयोजन

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रक्षाबंधन कार्यशाला का आयोजन

देवगढ़
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के तत्वावधान में तेरापंथ युवक परिषद्, देवगढ़ ने तेरापंथ सभा भवन में साध्वी कार्तिकयशाजी के सान्निध्य में जैन संस्कार विधि से रक्षाबंधन कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारंभ साध्वी वृंद के मंगल संगान से हुआ। इस अवसर पर साध्वी खुशीप्रभाजी, साध्वी नम्रताश्रीजी, साध्वी सम्यकत्वप्रभाजी ने आध्यात्मिक रक्षाबंधन मनाने की प्रेरणा एक लघु नाटिका के माध्यम से बहुत ही रोचक तरीके से दी।
तेयुप अध्यक्ष योगेश चोपड़ा ने स्वागत वक्तव्य प्रस्तुत किया। मुख्य संस्कारक चन्द्रप्रकाश आच्छा ने रक्षाबंधन को जैन संस्कार  विधि से जैन मंत्रोच्चार द्वारा मनाए जाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जैन संस्कार विधि वर्तमान समय की मांग है। इसमें बाहरी आडम्बर, फिजूलखर्ची एवं हिंसा के अल्पीकरण पर विशेष ध्यान जाता है। उन्होंने उपस्थित श्रावक समाज को रक्षाबंधन जैन संस्कार विधि से मनाने का आह्वान किया। कार्यशाला में 13 भाई-बहिन के जोड़ों ने जैन संस्कार विधि से रक्षाबंधन पर्व मनाया।
साध्वी कार्तिकयशाजी ने फरमाया कि भारतीय संस्कृति पर्वों की संस्कृति है, उसमें रक्षाबंधन प्रेम, सौहार्द, आत्मीय करूणा, सहानुभूति का पर्व है। इस पर्व पर सभी जीवों के अभयदान का संकल्प कर उनकी रक्षा करें तथा मंत्रों द्वारा आत्म रक्षा कवच का निर्माण कर अपने जीवन को सुरक्षित बनाएं। साध्वीश्रीजी ने आध्यात्मिक राखी भण्डार प्रस्तुत कर सबको एक वर्ष तक धारणानुसार त्याग-प्रत्याख्यान करवाकर आध्यात्मिक राखी बांधने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम का  संचालन विकास मेहता ने किया। आभार वैभव श्रीमाल द्वारा प्रकट किया गया। कार्यक्रम में ज्ञानशाला के बच्चों, तेयुप सदस्यों एवं श्रावक-श्राविकाओं की उपस्थिति रही।