मंगलभावना समारोह का आयोजन
दिल्ली
तेरापंथी सभा, रोहिणी में दीक्षार्थिनी मुमुक्षु सुरभि का शासनश्री साध्वी रतनश्री जी के सान्निध्य में मंगलभावना समारोह आयोजित किया गया। प्रवीण जैन ने मंगलाचरण किया। शासनश्री रतनश्री ने मुमक्षु सुरभि को संबोध प्रदान करते हुए कहा कि सुरभि तुम आचारनिष्ठ, मर्यादा निष्ठ एवं आज्ञा निष्ठ बनना एवं साधना के उच्च शिखरों पर चढ़ना।
शासनश्री सुव्रता जी ने कहा यह संसार अनेकानेक दुखों से संकुल है। जन्म-मृत्यु जरा और रोग ये चार प्रमुख दु:ख हैं। अवांतर दु:ख तो सहों हो सकते हैं। यह सुरभि इन दुखों से सदा-सदा के लिए मुक्ति पाने के लिए दीक्षा ग्रहण कर रही है।
हिम्मत आदि गायक मंडली ने उच्च स्वरों से गीत का संगान किया। तेयुप की ओर से शुभम, रोहिणी तेरापंथी सभा की ओर से उत्तम छाजेड़ ने मंगलभावना व्यक्त की। परिवार की ओर से शिवानी, कुसुम खटेड़, श्वेता ने भावाभिव्यक्ति दी।
दीक्षार्थिनी सुरभि ने आचार्यश्री महाश्रमण जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहामैं सौभाग्यशालिनी हूँ कि मुझे तेरापंथ जैसे गौरवशाली संघ में दीक्षित होने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। अंत में तेममं एवं तेरापंथी सभा सदस्यों ने संयुक्त रूप से सुरभि का अभिनंदन एवं माल्यार्पण किया।