2023 का अणुव्रत पुरस्कार प्रसिद्ध उद्योगपति रतन टाटा को
एक अहिंसक और शांतिप्रिय समाज के निर्माण के उद्देश्य से गत सात दशकों से कार्यरत अणुव्रत आंदोलन की प्रतिनिधि संस्था अणुव्रत विश्व भारती सोसायटी (अणुविभा) ने विभिन्न क्षेत्रों में दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा की है। इस वर्ष का सबसे प्रतिष्ठित ‘अणुव्रत पुरस्कार-2023’ जाने-माने उद्योगपति व समाजसेवी रतन टाटा को दिया जाएगा। पुरस्कार की घोषणा करते हुए अणुविभा के अध्यक्ष अविनाश नाहर ने बताया कि रतन टाटा को मानवीय मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, सादगीपूर्ण जीवनशैली एवं नैतिक मूल्यों के प्रति उनकी निष्ठा के लिए यह पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है। इससे पूर्व डाॅ0 एपीजे अब्दुल कलाम पूर्व राष्ट्रपति, लालकृष्ण आडवाणी पूर्व उप-प्रधानमंत्री, डाॅ0 मनमोहनसिंह पूर्व प्रधानमंत्री, नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री बिहार, जस्टिस जी0एस0 सिंघवी, न्यायाधिपति सुप्रीम कोर्ट आॅफ इंडिया, टी0एन0 शेषन पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त, शिवराज पाटिल पूर्व अध्यक्ष लोकसभा, डाॅ0 शंकरदयाल शर्मा पूर्व राष्ट्रपति, गुलजारीलाल नंदा कार्यवाहक प्रधानमंत्री, भैरोंसिंह शेखावत पूर्व उप-राष्ट्रपति, प्रसिद्ध वैज्ञानिक डाॅ0 आत्माराम आदि को अणुव्रत पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इस पुरस्कार के अंतर्गत डेढ लाख रुपये का चैक, स्मृति चिÐ एवं प्रशस्ति-पत्र भेंट किया जाता है।
इसी के साथ वर्ष 2023 के लिए अणुव्रत लेखक पुरस्कार, अणुव्रत गौरव सम्मान एवं जीवन-विज्ञान पुरस्कार की भी घोषणा की गई। मूल्य आधारित लेखन के लिए वरिष्ठ साहित्यकार, गीतकार, रेडियो उद्घोषक एवं वर्तमान में पं0 जवाहरलाल नेहरू बाल साहित्य अकादमी जयपुर के अध्यक्ष इकराम राजस्थानी को ‘अणुव्रत लेखक पुरस्कार-2023’ प्रदान किया जाएगा, जिसमें 51 हजार का चैक, स्मृति चिÐ व प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए जाएँगे। अणुव्रत आंदोलन को अपनी सुदीर्घ व समर्पित सेवाएँ प्रदान करने के लिए अणुव्रत कार्यकर्ता व अणुव्रत महासमिति के पूर्व अध्यक्ष डालचंद कोठारी को ‘अणुव्रत गौरव सम्मान-2023’ प्रदान किया जाएगा, जिसमें स्मृति चिÐ व प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाता है। अणुव्रत आंदोलन के ही एक प्रकल्प नई पीढ़ी के संतुलित विकास हेतु विकसित किए गए जीवन-विज्ञान कार्यक्रम को अपनी सेवाओं के लिए दक्ष प्रशिक्षक राकेश खटेड़, चेन्नई को ‘जीवन-विज्ञान पुरस्कार-2023’ प्रदान किया जाएगा। उक्त पुरस्कार मुंबई में अणुव्रत अनुशास्ता आचार्यश्री महाश्रमण जी के सान्निध्य में प्रदान किए जाने की संभावना है।