कर्मों के बंधन आत्मा के साथ भी जुड़ते हैं

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कर्मों के बंधन आत्मा के साथ भी जुड़ते हैं

मुंबई।
तेरापंथ महिला मंडल के तत्त्वावधान में कन्या मंडल ने नंदनवन में ‘राइजिंग हाई टच द स्काई’ की सीरीज की चैथी कार्यशालाµब्मसमइतंजम लवनत सपमिए जिसके मुख्य वक्ता रही साध्वी सिद्धार्थप्रभा जी। कन्याओं को विभिन्न विषय देकर एक्ट के माध्यम से लाइफ को कैसे जिएँ साथ ही यह बताया कि पास्ट को भूलकर हम अपने भविष्य पर चिंतन कर जीवन को उत्सव की तरह मना सकते हैं। साथ विषय को आगे लेते हुए उन्होंने बताया कि मन, वचन, काया से किए जाने वाले कोई भी कार्य को कर्म कहा जाता है, किस प्रकार कर्मों का बंधन हमारी आत्मा के साथ जुड़ता है साथ ही दान, पुण्य, पाप आत्मा के साथ कैसे जुड़ते हैं और कैसे हम अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं। इस विषय पर कन्याओं को विभिन्न उदाहरण के माध्यम से समझाया। कन्या मंडल संयोजिका काजल मादरेचा ने सभी कन्याओं को गूगल फाॅर्म के बारे में जानकारी दी और साथ ही कन्या मंडल सह-संयोजिका नेहा सोलंकी ने पिछले सेशन के फिडबैक के विजेताओं के नाम बताए। क्विज में भाग लेने वाली सभी कन्याओं का अभिवादन किया। कन्या मंडल प्रभारी मधु बाफना, सह-प्रभारी पूनम परमार के साथ मुंबई महिला मंडल अध्यक्षा विमला कोठारी ने अपनी उपस्थिति दी। कन्या मंडल सह-संयोजिका निकिता चैहान ने साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी को कार्यशाला की जानकारी दी। कन्याओं की कुल उपस्थिति 215 रही। कार्यक्रम का संचालन प्रेक्षा बड़ाला ने किया।