विकास महोत्सव के विविध आयोजन
सिवानी
शासनश्री साध्वी कुंथुश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथी सभा के तत्त्वावधान में तेरापंथ भवन में आचार्यश्री तुलसी का 30वाँ विकास महोत्सव मनाया गया। साध्वीश्री जी ने नमस्कार महामंत्र से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में कन्या मंडल की बहनों ने गीत से मंगलाचरण किया। साध्वी कुंथुश्री जी ने कहा कि गुरुदेव श्री तुलसी 20वीं सदी के देदीप्यमान दिवाकर थे, विकास के शवाक पुरुष थे, विकास के शिखर के प्रतीक थे। उन्होंने विकास के नए-नए क्षितिज खोले।
चिंतन निर्णय एवं क्रियान्विति से वह कार्य रूप में परिणत हो जाता है आचार्यश्री तुलसी ने तेरापंथ धर्मसंघ को असीम ऊँचाइयाँ प्रदान की। मानव जाति के उत्थान के लिए अणुव्रत का शंखनाद किया। आप मानवता के मसीहा थे। आपके अनेक अनुपम अवदानों से सारा समाज उपकृत रहेगा। शिक्षा, सेवा, साधना कला यात्रा जन-संपर्क जैन एकता, ज्ञानशाला व्यक्ति निर्माण आदि आपके अवदानों को हम आगे बढ़ाते रहें। आपके सपनों को साकार करते रहें।
साध्वी सुलभयशा जी एवं साध्वी सम्बोधयशा जी ने सुमधुर गीत का संगान किया। सरिता बंसल ने गीत प्रस्तुत किया। ऋतु गोयल ने भाषण के द्वारा अभिव्यक्ति दी। कार्यक्रम का संचालन साध्वी सुमंगलाश्री जी ने किया। कार्यक्रम सभा अध्यक्ष रतनलाल बंसल, सभा मंत्री सुशील बंसल महेंद्र गोयल साँवरा, सुभाष जैन आदि श्रावक समाज उपस्थित थे।