प्रेक्षाध्यान दिवस का आयोजन

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प्रेक्षाध्यान दिवस का आयोजन

हिसार।
प्रेक्षावाहिनी द्वारा सत्य भवन में तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज जी के सान्निध्य में प्रेक्षाध्यान दिवस मनाया गया। प्रेक्षाध्यान दिवस कार्यक्रम का प्रारंभ मुनिश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से हुआ। प्रेक्षावाहिनी की बहनों द्वारा सामुहिक प्रेक्षा गीत का संगान किया गया। प्रेक्षाध्यान दिवस पर साधकों द्वारा अपने-अपने घरों में क्रम अनुसार प्रातः 6 बजे से सायं 6 बजे तक अखंड ध्यान किया गया। मुनिश्री ने दीर्घ श्वास प्रेक्षाध्यान के बारे में बताया। जहाँ जीवन है वहाँ श्वास है, जहाँ श्वास है वहाँ जीवन है। ऊर्जा, प्राण के ग्रहण का सशक्त माध्यम हैµश्वास। वह निरंतर चलता है। प्राण का ग्रहण निरंतर चलता है। दीर्घ श्वास से मस्तिष्क की तरंगें प्रभावित होती हैं। चित्त की निर्मलता ही ध्यान का आधार है।
मुनिश्री ने ध्यान के बारे में बताया कि बिखरे हुए विचारों को केंद्रित करना ही ध्यान है। मानसिक एकाग्रता ध्यान है। ध्यान के द्वारा प्रवृत्ति से निवृत्ति की दिशा में जा सकते हैं। कार्यक्रम में प्रेक्षावाहिनी की दिशा में संवाहिका सुधा गुप्ता ने मंगलभावना करवाई। प्रेक्षावाहिनी हिसार संवाहिका सुमन जैन ने आभार ज्ञापन करते हुए मुनिश्री के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की व प्रेक्षावाहिनी में पधारे सभी साधकों का धन्यवाद व्यक्त किया। उन्होंने प्रेक्षा फाउंडेशन के अंतर्गत चल रहे उपक्रम की सूचना दी व प्रेक्षाध्यान के लाडनूं में आयोजित आगामी ध्यान शिविरों के बारे में जानकारी दी। कार्यक्रम में सभी संस्थाओं के पदाधिकारी व गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।