दीक्षार्थी धनराज बैद का मंगलभावना समारोह
कृष्णा नगर, दिल्ली।
उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमल कुमार जी के सान्निध्य में दीक्षार्थी धनराज बैद का अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर मुनि कमल कुमार जी ने कहा कि धनराज बैद स्वनाम धन्य व्यक्ति हैं। आचार्यश्री तुलसी, आचार्यश्री महाप्रज्ञजी की तरह आचार्यश्री महाश्रमण जी की भी आप पर विशेष कृपा है। इसी का सुपरिणाम है कि 77 वर्ष की अवस्था में दीक्षा की आज्ञा मिली है। धनराज धनवान, विद्वान, श्रद्धावान श्रावक हैं। वर्षों से आप साधनामय जीवन जी रहे हैं और अभी पड़िमा करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया। आप भी दीक्षित होकर गुरुदृष्टि की आराधना करते हुए अपने जीवन को धन्य बनाएँ। इस अवसर पर मुनिश्री ने गीत बनाकर धनराजजी के प्रति अपनी भावनाएँ व्यक्त की।
धनराजजी ने अपने गुरुदेव आचार्यश्री तुलसी, आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी, आचार्यश्री महाश्रमण जी के प्रति अपने श्रद्धा भाव व्यक्त करते हुए मुनि कमल कुमार जी के प्रति श्रद्धा भाव प्रकट किए। जनसमूह को रात्रि भोजन परिहार और 6 जमीकंद त्यागने की प्रेरणा दी। 6 व्यक्तियों ने रात्रि भोजन का जीवन पर्यन्त त्याग कर आपकी भावना का सम्मान किया।
इस अवसर पर मुनि अमन कुमार जी, मुनि नमि कुमार जी, सभाध्यक्ष कमल गांधी, उपासक मनीष छल्लाणी, तेयुप सहमंत्री शिवम छल्लाणी, पुखराज डागा, धर्मचंद श्यामसुखा, राकेश बैद, सुशीला सिपानी, राज गुनेचा आदि ने भी अपने भावों द्वारा मंगलभावना व्यक्त की। समाज के वयोवृद्ध श्रद्धालु भाइयों ने धनराजजी का साहित्य और त्याग से सम्मान किया।