संवत्सरी महापर्व का आयोजन
भीलोड़ा।
तेरापंथी उपसभा, भीलोड़ा द्वारा आयोजित पर्युषण पर्व की आराधना करवानते हुए उपासक जवेरीलाल संकलेचा एवं खूबीलाल छत्रावत के पधारने से यहाँ के श्रावक-श्राविका में नया उत्साह व उमंग की लहर छा गई। भगवान महावीर स्वामी के पूर्वभव, साधना काल, सर्वज्ञता काल तेरापंथ के आचार्यों का जीवन चित्र, खाद्य संयम दिवस, स्वाध्याय दिवस, सामायिक दिवस, वाणी संयम दिवस, अणुव्रत चेतना दिवस, जप दिवस, ध्यान दिस, संवत्सरी महापर्व एवं क्षमायाचना दिवस पर धार्मिक प्रवचन उपासक जवेरीलाल संकलेचा व खूबीलाल छत्रावत द्वारा किया गया।
दोपहर में पच्चीस बोल का सरल विवेचन, श्रावक के बारह व्रत 13 व्यक्तियों द्वारा स्वीकार किया गया। शरीर और आत्मा की अच्छी क्लास चली।
सायंकाल प्रतिक्रमण व अर्हत वंदना, तत्त्वज्ञान के पश्चात तनाव प्रबंध, क्रोध के कारण निवारण, बुढ़ापा वरदान कैसे बने? कैसे करें सहन शक्ति का विकास? केसे हो स्मरण शक्ति का विकास? जीवन में सफलता का राज आदि विषयों पर प्रेक्षाध्यान के माध्यम से वर्तमान समस्याओं का व जिज्ञासा-समाधान पर प्रवक्ता उपासक जवेरीलाल संकलेचा ने प्रकाश डाला। स्थानकवासी तेरापंथी उपसभा, महिला मंडल, कन्याओं, युवकों का विशेष सहयोग रहा। सामायिक पचरंगी एक, मौन पचरंगी एक, जप दिवस पर नमस्कार महामंत्र का अखंड जाप व सामायिक, ध्यान का क्रम चला। अभिनव सामायिक का प्रयोग रहा। चार पहरी, पौषध 13 व जैन विद्या परीक्षा 10 श्रावक-श्राविका संभागी बने।