आचार्य भिक्षु चरमोत्सव के आयोजन
राजलदेसर
शासनश्री साध्वी मानकुमारी जी के सान्निध्य में भिक्षु चरमोत्सव मनाया गया। साध्वीश्री जी ने कहा कि आचार्य भिक्षु अपराजेय व्यक्तित्व के धनी थे। सत्य के लिए समर्पित साधक ने सत्य के राजमार्ग पर ऐसे कदम बढ़ाए कि जिन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। प्रगति के सोपानों पर बढ़ते ही गए। इस अवसर पर महासभा के उपाध्यक्ष नरेंद्र नखत, उपासक मोहनलाल बोथरा, साध्वी कीर्तिरेखा जी, साध्वी स्नेहप्रभा जी, फूलबाई बैद एवं महिला मंडल ने गीत तथा वक्तव्य के माध्यम से महामना भिक्षु को भावांजलि अर्पित की। तेममं द्वारा गीत का संगान किया गया। कार्यक्रम का संयोजन साध्वी इंदुयशा जी ने किया। रात्रिकालीन कार्यक्रम में तेयुप की ओर से भिक्षु भजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें प्रतियोगियों ने उत्साह के साथ भाग लिया। प्रतियोगियों की संख्या सराहनीय रही। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान विनोद बैद, द्वितीय स्थान पुष्पा सोनी एवं तृतीय स्थान अर्जुन विनायकिया ने प्राप्त किया। तेयुप के अध्यक्ष मुकेश श्रीमाल एवं मंत्री रजत बैद द्वारा प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान पर आने वाले विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। शेष सभी प्रतियोगियों को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु तेयुप की सक्रियता रही।