विकास महोत्सव के विविध आयोजन

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विकास महोत्सव के विविध आयोजन

तिरुपुर
साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में विकास महोत्सव मनाया गया। महिला मंडल की बहनों द्वारा मंगलाचरण किया गया। सभा अध्यक्ष अनिल आंचलिया, मंत्री मनोज भंसाली, महिला मंडल अध्यक्ष नीता सिंघवी, मधु झाबक, उपासिका संजु दुगड़, उषा डागा ने अपनी भावांजलि गुरुदेवश्री तुलसी को अर्पित की। मंडिया से समागत उगमचंद आच्छा, विनोद भंसाली ने भी श्रद्धा के स्वर अर्पित किए।
साध्वी दक्षप्रभा जी ने गीत से अपनी भावांजलि अर्पित की। साध्वी मयंकप्रभा जी ने कहा कि सोना तपने से, मोमबत्ती जलने से, चंदन घिसने से, खुशबू, प्रकाश, तेजस्विता को प्राप्त होता है। वैसे ही व्यक्ति संघर्षों से महान बनता है। आचार्यश्री तुलसी का जीवन भी संघर्षों की कहानी था। साध्वी गवेषणाश्री जी ने कहा कि आचार्यश्री तुलसी एक विकास पुरुष अपराजेय के धनी थे। आचार्यश्री तुलसी के पद विसर्जन का दूसरा नाम है विकास महोत्सव। आचार्यश्री तुलसी का अनुसरण करते हुए भारत की सबसे अनुशासित संस्था आर0एस0एस के संस्थापक रज्जू भैया ने भी अपने पद का विसर्जन कर मोहन भागवत को सौंपा।
आचार्यश्री तुलसी की जीवन यात्रा विकास यात्रा थी। गुरुदेव विकास के शिखर पुरुष थे। कार्यक्रम का संचालन साध्वी मेरूप्रभा जी ने किया। आभार ज्ञापन सभा के उपाध्यक्ष विजय मालू ने किया।
रात्रिकालीन कार्यक्रम में गुरुदेवश्री तुलसी को मधुर स्वरों के साथ भावांजलि अर्पित की गई। संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें अनेक भाई-बहनों ने भाग लिया। प्रथम स्थान पर उपासिका संजु दुगड़, द्वितीय स्थान पर पूजा दुगड़ एवं तृतीय स्थान पर अलका भंडारी एवं रूपेश भादानी रहे। निर्णायक की भूमिका मांड्या से पधारे उगमचंद आच्छा एवं विनोद भंसाली ने निभाई। उन्होंने परिणाम की घोषणा करते हुए अपने भावों को व्यक्त किया।
साध्वीवृंद ने गीत प्रस्तुत किया। साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी ने संगीत की महिमा के बारे में बताया। आभार ज्ञापन संतोष सिंघवी ने किया। कार्यक्रम का संचालन शांतिलाल झाबक ने किया।