अभिनंदन कार्यक्रम
भिवानी
शासनश्री साध्वी तिलकश्री जी के सान्निध्य में समणी शीलप्रज्ञा जी के श्रेणी आरोहण के उपलक्ष्य में अभिनंदन कार्यक्रम तेरापंथ भवन में रखा गया। साध्वी तिलकश्री जी ने कहा कि संयम एक अमूल्य हीरा है और इस हीरे का सदुपयोग किया जाए तो मुक्ति की मंजिल हमारे लिए दूर नहीं है। संयम की यात्रा भुजाओं से सागर तैरने के समान है। अपने पुरुषार्थ के द्वारा ही अपनी मंजिल मिलती है। उन्होंने कहा कि मैं आपके प्रति मंगलकामना करती हूँ तुम संयम के पथ पर ध्रुव तारे की तरह अविचल रहना और दिन-दूनी रात चौगुनी प्रगति करना।
साध्वी महिमाश्री जी एवं साध्वी निर्णयप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका का संगान किया। समणी शीलप्रज्ञा जी ने कहा कि श्रेणी आरोहण करना एक विकास का पथ है। हर इंसान श्रेणी आरोहण करना चाहता है। समणी कांतिप्रज्ञा जी ने कहा कि समणी शीलप्रज्ञा जी शांत स्वभावी एवं तपस्वी हैं। इनकी मिलनसारिता भी बेजोड़ है।
कार्यक्रम का शुभारंभ महिला मंडल द्वारा मंगलाचरण से हुआ। ट्रस्ट के अध्यक्ष सुभाष जैन, सभा अध्यक्ष महेंद्र जैन, महिला मंडल अध्यक्षा सुनीता नाहटा, रेणु नाहटा, तेयुप अध्यक्ष नवीन नाहटा, अणुव्रत समिति के अध्यक्ष रमेश बंसल, केशव जैन, माणकचंद नाहटा, अंजू वडेरा आदि ने अभिनंदन के लिए विचार प्रस्तुत किए। मंच का संचालन उपासक रमेश जैन ने किया। कार्यक्रम में अच्छी उपस्थिति रही। मंगलपाठ के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ।