द पाॅवर आॅफ रीडिंग शिल्पशाला का आयोजन
राउरकेला।
अभातेममं के निर्देशानुसार शिल्पशाला ‘द पावर आॅफ रीडिंग’ आयोजित की गई। कार्यक्रम की शुरुआत नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से की गई। इसके बाद महिला मंडल की बहनों ने प्रेरणा गीत का संगान किया। तत्पश्चात महिला मंडल की अध्यक्षा तरुलता जैन ने एक रीडर एवं नोन-रीडर के बीच का फर्क बताते हुए कहा कि किस तरह दोनों का व्यक्तित्व, भाषा, बातचीज करने के तरीके में फर्क होता है। अध्यक्षा ने बौद्धिक वक्तव्य दिया तथा हमेशा ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ते रहने की प्रेरणा दी और कहा कि अपने मस्तिष्क को इंटीरियर डिजाइनर की तरह हर तरह के ज्ञान से सजाएँ।
लवलिना सामल ने पुस्तकें पढ़ने का महत्त्व बताया तथा उदाहरण के माध्यम से समझाया। महिला मंडल की सचिव कविता डागा ने बताया कि हमें हमेशा कम से कम 5 मिनट स्वाध्याय अवश्य करना चाहिए। इससे हमारी ज्ञान चेतना का विकास होता है। सीमा जैन ने कहा कि हम जो बोलते हैं, उसका हमें ज्ञान भी होना चाहिए। अर्थात शब्दों का अर्थ भी आना चाहिए।
इस प्रकार कार्यशाला रोचक एवं ज्ञानवर्धक रही। इसके पश्चात् बहनों को नारीलोक में आने वाली ज्ञान चेतना प्रश्नोत्तरी से आॅनलाइन जुड़ने का तरीका बताया एवं हिंदी में उत्तर टाइप करना सिखाया गया। ज्योति नाहटा ने आभार ज्ञापन किया। संचालन कार्यशाला प्रमुख संगीता दुगड़ ने किया। कार्यक्रम में बहनों की अच्छी उपस्थिति रही।