मासखमण तप अनुमोदना के आयोजन

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मासखमण तप अनुमोदना के आयोजन

सिकंदराबाद।
तेरापंथ भवन में साध्वी डाॅ0 मंगलप्रज्ञा जी के सान्निध्य में सरदारशहर निवासी, हैदराबाद प्रवासी कन्हैयालाल बोरड़ की सुपौत्री एवं भरत बोरड़ की सुपुत्री शिवांगी बोरड़ का मासखमण तप अभिनंदन कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस अवसर पर साध्वी डाॅ0 मंगलप्रज्ञा जी ने कहा कि तपस्या कर्मों को काटने का एक अमोघ शस्त्र है। भगवान महावीर ने तप रूपी पुरुषार्थ प्रदान किया। साध्वीश्री जी ने आगे कहा कि मनोबल के बिना तप नहीं किया जा सकता। शिवांगी हैदराबाद में मासखमण करने वाली प्रथम कन्या है। इसने साहस का परिचय दिया है। तप में पारिवारिकजन का भी सराहनीय सहयोग रहा। इससे पूर्व शिवांगी ने 8, 9, 11 और 15 की तपस्या भी की हुई है। आत्म जागरण के लिए तप पवित्र आलंबन है। तपस्या करने वाला शक्ति का संचय करता है। तप से प्राप्त ऊर्जा को सही दिशा में नियोजित करना चाहिए। नकारात्मक चिंतन का अवसान और सकारात्मक का उत्थान तप से होता है। शिवांगी ने सहज मासखमण तप किया है। मुक्ता चिंडालिया के भी 101 दिवसीय मौन साधना तप चल रहा है। साध्वीश्री द्वारा शिवांगी को 30 दिवसीय मासखमण का प्रत्याख्यान करवाया गया।
कन्या मंडल की कन्या श्रद्धा पुगलिया और पूर्वा सुराणा ने नए अंदाज में मंगलाचरण प्रस्तुत किया। तेरापंथ सभा के अध्यक्ष बाबूलाल बैद ने तपस्वी का अभिनंदन करते हुए अभिनंदन पत्र का वाचन कर समर्पित किया। तेरापंथ सभा मंत्री सुशील संचेती ने साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी द्वारा प्रदत्त संदेश का वाचन किया। मासखमण तप साधिका के वर्धापन में तेममं की ओर से उपासिका सरला भूतोड़िया, तेयुप अध्यक्ष निर्मल दुगड़, अणुव्रत समिति अध्यक्ष प्रकाश भंडारी ने स्वर मुखर किए। महिला मंडल, ननिहाल पुगलिया परिवार एवं बोरड़ परिवार ने मधुर भावों का संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया। तेरापंथ कन्या मंडल द्वारा रोबोट स्कीट कार्यक्रम प्रस्तुत कर मासखमण तप साधिका का सम्मान किया।
साध्वी सुदर्शनप्रभा जी ने कहा कि शिवांगी ने शिव संकल्प भाव से लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। साध्वीवृंद ने सामुहिक संगान कर अनुमोदना की। अनेक भाई-बहनों ने तप का सम्मान तप सेµतेले तप का संकल्प लिया। सभा, तेयुप, महिला मंडल एवं पारिवारिकजनों द्वारा शिवांगी का सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी चैतन्यप्रभा जी ने किया।