ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन

संस्थाएं

ज्ञानशाला वार्षिकोत्सव कार्यक्रम का आयोजन

सरदारपुरा, जोधपुर।
साध्वी कुंदनप्रभा जी के सान्निध्य में ज्ञानशाला के वार्षिकोत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा महावीर वंदना के संगान से हुआ। स्वागत वक्तव्य बी0आर0 जैन द्वारा दिया गया। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा गीत की प्रस्तुति दी गई। मुख्य प्रशिक्षिका अर्चना बुरड़, कनिका बैद, मीनाक्षी छाजेड़, समता सालेचा, संगीता मेहता, संतोष मेहता, संगीता तातेड़, सविता तातेड़ आदि अनेकजनों के सहयोग से ज्ञानशाला के बच्चों ने नाट्य, संवाद, नृत्य आदि का लगभग 10 प्रस्तुतियाँ दी।
मुख्य प्रस्तुतियों में जैन धर्म के चैबीस तीर्थंकर के चिÐ को दर्शाते सुंदर प्रस्तुति दी। ‘स्वार्थ की दुनिया’ नाटिका से बताया किस प्रकार स्वार्थ के कारण मनुष्य स्वयं का नुकसान कर लेता है। वहीं एकता की शक्ति विषय पर नाटिका से बताया कि किस प्रकार हमें संगठित रहना चाहिए। नाटिका द्वारा बच्चों ने पतन के रास्ते से बचने का आह्वान किया। संतोष मेहता ने पावन पाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से ज्ञानशाला की वर्ष पर्यन्त हुई गतिविधियों की संक्षिप्त रिर्पोट प्रस्तुत की। अपने संचालनीय वक्तव्य में मुख्य प्रशिक्षिका अर्चना बुरड़ ने बताया कि सरदारपुरा ज्ञानशाला 15 वर्षों से नियमित रूप से चल रही है। जिसमे 125 से अधिक ज्ञानार्थी नियमित ज्ञानार्जन व व्यक्तित्व का विकास कर रहे हैं।
कार्यक्रम में ज्ञानशाला ज्ञानार्थियों द्वारा केंद्रीय संस्था तेरापंथी महासभा के द्वारा आयोजित होने वाली शिशु संस्कार बोध की कक्षा 1 से 5 की परीक्षा में प्रथम तीन स्थान व वर्ष पर्यन्त आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में विजेता बच्चों को सभा द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि घनश्याम ओझा ने बच्चों के विकास को देखकर ज्ञानशाला को सराहा और संयोजक व प्रशिक्षिकाओं को बधाई दी। साध्वी कुंदनप्रभा जी ने कहा कि बच्चों में संस्कृति की सौरभ महकती रहे और संस्कारों का पालन का बीज शुरू से ही रोपित करना जरूरी है। ज्ञानशाला संस्कारों के अर्जन का सुंदर माध्यम है।
कार्यक्रम में महासभा उपाध्यक्ष विजयराज मेहता, युवा गौरव मर्यादा कुमार कोठारी, सभा अध्यक्ष सुरेश जीरावला, मंत्री महावीर चोपड़ा, तेयुप सरदारपुरा अध्यक्ष कैलाश जैन, मंत्री मिलन बांठिया, महिला मंडल अध्यक्षा दिलखुश तातेड़, मंत्री चेतना घोड़ावत, टीपीएफ अध्यक्ष नरेश सिंघी सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित रहे।