अणुव्रत उद्बोधन सप्ताह का आयोजन
जसोल।
अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में शासनश्री साध्वी कमलप्रभा जी के सान्निध्य में अणुव्रत सप्ताह का शुभारंभ किया गया। अणुव्रत समिति के मंत्री सफरूखान ने बताया कि प्रथम दिवस को सांप्रदायिक सौहार्द दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमें मंगलाचरण महिला मंडल द्वारा किया गया एवं स्वागत अणुव्रत समिति के अध्यक्ष पारसमल गोलेच्छा ने किया। साध्वीवृंद द्वारा गीतिका का संगान किया गया। ज्ञानशाला के बच्चों द्वारा लघु नाटिका प्रस्तुत की गई। जिसमें ज्ञानशाला की प्रशिक्षिकाएँ हेमलता बागमार, अभयमती डोसी, जयश्री भंसाली आदि का मुख्य योगदान रहा।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि इमाम शाही मस्जिद से मौलाना शोकत अली, रूंभनाथ धुना सेभंवरनाथ महाराज, बालोतरा मठ से भरत गिरिजी महाराज, ब्रह्माकुमारी संस्थान से सरस्वती बहन, परमेष्ठी बहन, सेंटपोल स्कूल से सिस्टर केपश्री, सिस्टर अटुलिया मेरी आदि उपस्थित रही। आभार ज्ञापन अणुव्रत समिति के प्रभारी भूपतराज कोठारी ने किया। सभी अतिथियों का स्वागत साहित्य व दुपट्टा ओढ़ाकर किया गया। कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति की उपाध्यक्षा रेखा पी0 डोसी चैपड़ा ने किया। कार्यक्रम में पदाधिकारीगण, सदस्य एवं गणमान्यजनों की उपस्थिति रही।
अहिंसा दिवस: अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में शासनश्री कमलप्रभा जी के सान्निध्य में अहिंसा दिवस कार्यक्रम सर्वप्रथम नमस्कार महामंत्र से शुरू हुआ। तेयुप के सदस्यों ने मंगलाचरण के द्वारा एवं अणुव्रत समिति अध्यक्ष पारसमल गोलेच्छा ने स्वागत भाषण के द्वारा भाव व्यक्त किए। साध्वीवृंद द्वारा गीत का संगान किया गया। साध्वी आरोग्ययशा जी ने कहा कि आजीवन अहिंसा और सत्य के मार्ग पर चलने वाले गांधी ने संपूर्ण मानव जाति को न सिर्फ मानवता का पाठ पढ़ाया बल्कि जिंदगी जिने का सही तरीका सिखाया। मुख्य अतिथि अपर जिला न्यायाधीश सिद्धार्थ द्विप ने कहा कि तेरापंथ के आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी ने यात्रा नाम अहिंसा यात्रा का नाम रख कर देश भर में अणुव्रत की अजख जगाई। शासनश्री साध्वी शासनश्री कमलप्रभा जी ने अहिंसा को भगवान महावीर स्वामी का प्रमुख सिद्धांत बताते हुए इसे अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा दी।
आभार व्यक्त भंवरलाल भंसाली ने किया। इस सिवांची-मालाणी क्षेत्रीय तेरापंथ संस्थान के अध्यक्ष डूंगरचंद सालेचा, तेरापंथ सभा के अध्यक्ष उषभराज तातेड़, कोषाध्यक्ष बाबूलाल डोसी, अणुव्रत समिति प्रभारी भुपतराज कोठारी, अणुव्रत समिति अध्यक्ष पारसमल गोलेच्छा सहित अनेक पदाधिकारीगण एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष रेखा डोसी ने किया। अणुव्रत प्रेरणा दिवस: नवकार माध्यामिक स्कूल, जसोल में अणुव्रत विश्व भारती के निर्देशन में अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में शासनश्री कमलप्रभा जी के सान्निध्य में अणुव्रत प्रेरणा दिवस कार्यक्रम मनाया गया। बच्चों ने अणुव्रत गीत के द्वारा मंगलाचरण किया तेरापंथ सभा के अध्यक्ष उषभराज तातेड़ ने स्वागत भाषण दिया। पूर्व एम0डी0 चंपालाल श्रीश्रीमाल ने कहा कि सुखी जीवन जिने का सबसे बड़ा सूत्र हैµअणुव्रत व संयम।
साध्वी प्रियदर्शना जी ने कहा कि अणुव्रत की आवश्यकता इसलिए हुई क्योंकि इस कलयुग में आज हर व्यक्ति में त्याग की चेतना की जगह भोग चेतना पदार्थ चेतना, स्वार्थ चेतना ही घट रही है। अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष डिंपल श्रीश्रीमाल ने आभार व्यक्त किया। स्कूल की प्रधानाचार्य किरण कोठारी ने आभार व्यक्त किया। तेरापंथ कन्या मंडल की संयोजिका कुनिका बागमार ने अपने भाव व्यक्त किए। कार्यक्रम में अच्छी उपस्थिति रही। कार्यक्रम का संचालन अरुणा भंसाली ने किया। पर्यवरण शुद्धि दिवस: अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में शासनश्री साध्वी कमलप्रभा जी के सान्निध्य में श्रीमती सुआदेवी भंसाली राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, जसोल में पर्यावरण शुद्धि दिवस मनाया गया। सर्वप्रथम डूंगरचंद बागरेचा, मोहिनी देवी व चंदा देवी द्वारा मंगलाचरण गीतिका से किया। स्वागत भाषण डिंपल श्रीश्रीमाल व सफरू खान ने स्व0 श्रीडूंगरचंद भंसाली को श्रद्धांजलि अर्पित की।
साध्वी आरोग्ययशा जी व साध्वी जगतयशा जी ने अपने उद्गार व्यक्त किए। स्कूल प्रधानाचार्य शशिबाला ने सभी अतिथियों का आभार ज्ञापित किया। स्कूल में पौधारोपण किया गया। कार्यक्रम का संचालन रेखा डोसी चोपड़ा ने किया। कार्यक्रम में पदाधिकारी, सदस्य एवं अन्य गणमान्यजन उपस्थित रहे। नशामुक्ति दिवस: अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में शासनश्री साध्वी कमलप्रभा जी के सान्निध्य में एस0एन0 वोहरा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, जसोल में नशामुक्ति दिवस मनाया गया। अणुव्रत गीत मंगलाचरण डंूगरचंद बागरेचा व स्वागत भाषण पारसमल गोलेच्छा ने दिया। साध्वी प्रियदर्शनाश्री जी ने कहा कि नशा करना मौत का द्वार है, हमें अपने जीवन में नशामुक्त रहना चाहिए। साध्वी आरोग्ययशा जी ने कहा कि नशे का मतलब होता है किसी ऐसे नशीली पदार्थ के अधीन होना, जिससे हमारा व्यक्तित्व और जीवन प्रभावित होता है।
मंत्री सफरू खान ने आभार ज्ञापित किया। स्कूल की ओर से उप-प्रधानाचार्य अजय सिंह ने आभार ज्ञापित किया। अंत में साध्वीश्री द्वारा मंलपाठ किया गया। कार्यक्रम का संचालन अणुव्रत समिति की उपाध्यक्षा रेखा डोसी चोपड़ा ने किया। अनुशासन दिवस: अणुव्रत समिति के तत्त्वावधान में शासनश्री कमलप्रभा जी के सान्निध्य में अनुशासन दिवस आदर्श विद्या मंदिर उच्च प्राथमिक विद्यालय, जसोल में मनाया गया। कार्यक्रम में गीत मंगलाचरण स्कूल की बालिकाओं ने किया। स्वागत भाषण अणुव्रत समिति अध्यक्ष पारसमल गोलेच्छा ने दिया। प्रभारी भुपतराज कोठारी ने अणुव्रत के विस्तार की जानकारी दी। मुख्य अतिथि ओमाराम पटेल ने अपने भाव व्यक्त किए। साध्वी जगतयशा जी ने कहा कि अनुशासन का मतलब है नैतिक तरीके से काम करना। घर के बाद स्कूल दूसरा स्थान है, जहाँ हमें अनुशासन सीखने को मिलता है। साध्वी शताब्दीप्रभा जी ने कहा कि अनुशासन हमारे व्यक्तित्व विकास में सहायक होता है। विवेक कुमार संखलेचा ने अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में अनेक पदाधिकारीगण, सदस्य एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे। आभार ज्ञापन अणुव्रत समिति सफरू खान ने किया तथा संचालन जालमसिंह ने किया।
जीवन विज्ञान दिवस: अणुव्रत समति के तत्त्वावधान में शासनश्री साध्वी कमलप्रभा जी के सान्निध्य में जीवन विज्ञान दिवस कार्यक्रम बालोदय माध्यमि विद्यालय में मनाया गया। अणुव्रत गीत मंगलाचरण डूंगरचंद बागरेचा ने किया। स्वागत भाषण अणुव्रत के अध्यक्ष पारसमल गोलेच्छा ने दिया। अणुव्रत समिति के उपाध्यक्ष रेखा डोसी ने अपने विचार वयक्त किए। साध्वी आरोग्ययशा जी ने कहा कि जीवन विज्ञान का महत्त्वपूर्ण घटक हैµशिक्षा। व्यक्ति, समाज व राष्ट्र के लिए शिक्षा अत्यावश्यक है। जीवन विज्ञान के प्रभारी पवन कुमार छाजेड़ ने बालक-बालिकाओं को प्रयोग करवाए। बालोदय स्कूल के लगभग 500 बालक-बालिकाएँ व अध्यापक-अध्यापिकाओं ने अणुव्रत आचार संहिता का संकल्प पत्र भरवाए। कार्यक्रम में वरिष्ठ अध्यापक सोहनलाल बघेल, रामेश्वर बोस, मितेष कुमार, सुरेंद्रपाल सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन स्कूल व्यवस्थापक पदमसिंह कंवरली ने किया।