संस्कार निर्माण शिविर समापन दिवस
तिरुपुर।
त्रिदिवसीय शिविर का समापन समारोह का आयोजन साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ सभा द्वारा आयोजित हुआ। इस प्रथम सत्र के अंतर्गत योगा, ध्यान आदि करवाया गया। दूसरे सत्र में साध्वी मयंकप्रभा जी ने व्यक्ति की तीन अवस्था बचपन, यौवन, वृद्धावस्था का सुंदर वर्णन किया। साध्वीश्री जी ने कहा कि बचपन का ज्ञान 55 तक काम आता है और इस शिविर में जो कुछ सीखा वह आपकी पूँजी है। साध्वी मेरुप्रभा जी ने गीतिका के माध्यम से अपने भावों की प्रस्तुति दी। साध्वी डाॅ0 अवेषणाश्री जी ने कहा कि तेरापंथ धर्मसंघ अहंकार विलीनीकरण का धर्मसंघ है। तेरापंथ धर्म का मूल सूत्र है पाँच महावत, पाँच समिति, तीन गुप्ति का पालन। कार्यक्रम का संचालन साध्वी दक्षप्रभा जी ने किया।
कार्यक्रम के तीसरे सत्र में साध्वी मयंकप्रभा जी ने नरक की यात्रा के विषय पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। मुख्य प्रशिक्षक गौतम वेदमूथा ने छोटे-छोटे टिप्स के माध्यम से बच्चों को खुश रहने के एवं जीवन विकास की बातों को बताया। प्रियंका झाबक ने गुस्से को शांत करने के लिए कहानी एवं वक्तव्य के माध्यम से अपने भावों को प्रस्तुत किया। इसी कड़ी में चतुर्थ सत्र पैरेंट्स डे के रूप में मनाया गया। बच्चों ने अपने शिविर के अनुभवों को सबके सामने प्रस्तुत किया। इसके पश्चात मुख्य प्रशिक्षक गौतम मूथा को तेरापंथ सभा द्वारा सम्मानित किया गया।
त्रिदिवसीय शिविर में आयोजित टेलेंट शो प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सृष्टि खटेड़, द्वितीय स्थान हेमंत बोहरा एवं तृतीय स्थान कौशल डाकलिया ने प्राप्त किया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान ऋषभ झाबक टीम, द्वितीय स्ािान कार्तिक डाकलिया टीम एवं तृतीय स्थान कीर्तन कोठारी टीम ने प्राप्त किया। इसी क्रम में सर्वश्रेष्ठ शिविरार्थी हेमंत बोहरा रहे। अनुशासित शिविरार्थी साक्षी सेठिया, संस्कारी शिविरार्थी मनन जैन, कौशल डाकलिया, सलोनी डाकलिया, ध्रुव झाबक, ऋषभ झाबक, सिद्धार्थ मालू रहे।
समापन के इस सत्र में मुख्य प्रशिक्षक गौतम वेदमूथा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। शिविर सह-संयोजिका श्वेता कोठारी ने शिविर के अनुभवों को प्रस्तुत किया। साध्वी मेरुप्रभा जी एवं साध्वी दक्षप्रभा जी ने गीतिका के माध्यम से अपनी प्रस्तुति दी। साध्वी मयंकप्रभा जी ने शिविर के बच्चों को अपने ज्ञान को और पुष्ट करने की भावना व्यक्त की। साध्वी गवेषणाश्री जी ने शुभकामना देते हुए सभी टीम को साधुवाद दिया। अभिभावकों को धन्यवाद दिया। शिविर संयोजक मुकेश कोठारी ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया। राजश्री बोथरा, मधु झाबक, पूनम कोठारी, संतोष आंचलिया, निहारिका कोठारी, सरिता श्यामसुखा को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन सह-संयोजक जय कोठारी ने किया।