अभातेयुप के नव मनोनीत अध्यक्ष रमेश डागा

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अभातेयुप के नव मनोनीत अध्यक्ष रमेश डागा

नंदनवन, मुंबई।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के 57वें राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से कंटालिया निवासी, चेन्नई प्रवासी रमेश डागा को सत्र-2023-2025 के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मनोनीत किया गया। रमेश डागा सहज, सरल, धीर-गंभीर और सेवाभावी व्यक्तित्व के धनी हैं। 25 नवंबर, 1979 को चेन्नई में श्रीमती लीलाबाई-श्री मदनलाल डागा के घर आपका जन्म हुआ। बचपन से ही धार्मिक संस्कारों से ओत-प्रोत रमेश डागा ने बी0काॅम0 स्नातक की डिग्री ग्रहण की। धर्मसहायिका के रूप में सरिता डागा और आपकी दो पुत्रियाँ देशना, खुशी तथा पुत्र चिरायु आपके हर कार्य में सहयोगी की भूमिका निभाते हैं। परिवार से आपके काका गौतम डागा ने वर्ष 2009-2011 में अभातेयुप के अध्यक्ष पद को सुशोभित किया है।
2004 से स्थानीय तेरापंथ युवक परिषद, चेन्नई में कार्यकर्ता, कार्यसमिति सदस्य सहित अनेक पदों पर अपनी सेवाएँ देते हुए वर्ष 2020-2021 में अध्यक्षीय दायित्व ग्रहण किया और इस अध्यक्षीय कार्यकाल में दो आचार्य तुलसी डायग्नोस्टिक सेंटर, तीन डेंटल केयर, दो आचार्य महाश्रमण क्लिनिक, दो महाप्रज्ञ मेडिकल स्टोर एवं एक आचार्य महाप्रज्ञ प्रज्ञा केंद्र सहित अनेक विशिष्ट कार्य हुए और इस कार्यकाल को अभातेयुप द्वारा विशिष्ट परिषद के पुरस्कार से नवाजा गया। आचार्यप्रवर के चेन्नई चातुर्मास के दौरान आपने चातुर्मास व्यवस्था समिति में मंत्री के रूप में अपनी सेवाएँ दी तथा चारित्रात्माओं के चिकित्सकीय दायित्व को भी बखूबी संभाला।
रमेश डागा अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद में 2004 से अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। समिति सदस्य, क्षेत्रीय सहयोगी, कार्यसमिति सदस्य, आयाम प्रभारी के रूप में वर्षों तक अपनी सेवाएँ देने के पश्चात सत्र-2017-19 में आपने सहमंत्री का दायित्व निर्वाह किया एवं सत्र 2021-23 में उपाध्यक्ष पद को सुशोभित किया। अभातेयुप के इन 20 वर्षों के सफर में आपकी पहचान सेवाभावी और सरलतम व्यक्तित्व के रूप में रही। आचार्य भिक्षु की जनमभूमि से नाता रखने वाले रमेश डागा ने भिक्षु जन्मस्थली कंटालिया में निरंतर चार वर्षों से मंत्री के रूप में अपनी सेवाएँ दी तथा चेन्नई में दो स्कूलों तेरापंथ जैन विद्यालय में ट्रस्टी के रूप में भी मनोनीत हैं। पारिवारिक ज्वेलरी व्यवसाय में रत रमेश डागा प्रतिदिन सामायिक, माला आदि का नित्यक्रम रखते हैं और प्रतिवर्ष अनेक बार आचार्यप्रवर की सेवा में गुरुकुलवास में आते हैं। शासनमाता साध्वीप्रमुखाश्री कनकप्रभा जी की भी आप पर विशेष कृपा रही और चेन्नई में पधारने वाले साधु-साध्वियों की सेवा सुश्रुषा में भी आप विशेष रुचि रखते हैं। सेवा के साथ इन्होंने अपने जीवन में 11,9,8,5 सहित अनेक बार तेले की तपस्या की है और हर शुक्ल पक्ष की तेरस को उपवास रखते हैं। श्रावक के रूप में पहचान रखने वाले रमेश डागा के जीवन में श्रावक कार्यकर्ता के गुण देखे जा सकते हैं। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के 9 राष्ट्रीय अध्यक्षों के साथ कार्य करने का अनुभव आपके कार्यकाल एवं अभातेयुप को शिखर की ऊँचाइयाँ प्रदान करे। मंगलकामना-शुभकामना।