द पावर आॅफ रीडिंग कार्यशाला का आयोजन
हिसार
तपोमूर्ति मुनि पृथ्वीराज जी स्वामी के सान्निध्य में अभातेममं, हिसार द्वारा निर्देशित कार्यशाला ‘द पावर आॅफ रीडिंग’ का आयोजन रावलवासिया धर्मशाला में किया गया। कार्यशाला की शुरुआत मुनिश्री द्वारा नमस्कार महामंत्र से की गई। तत्पश्चात महिला मंडल द्वारा प्रेरणा गीत का संगान हुआ। द पावन आॅफ रीडिंग पर महिला मंडल की अध्यक्षा जयश्री जैन, रविकांता जैन, सुमन जैन, प्रीति जैन और दीपा जैन द्वारा अपने विचार व्यक्त किए गए। मुनि जिज्ञासुजी ने एक गीतिका के माध्यम से स्वाध्याय पर अपने विचार रखे।
द पावर आॅफ रीडिंग पर मुनि पृथ्वीराज जी ने आइंस्टीन और महात्मा गांधी के उदाहरण के माध्यम से स्वाध्याय की महत्ता के बारे में बताया। मुनिश्री ने आगे बताया कि भगवान महावीर ने भगवती सूत्र में कहा है कि जो मुमुक्षु जीव पूर्व और पश्चिम रात्रि में धम्म जागरणा और स्वाध्याय नहीं करता उसके द्वार पर आया हुआ ज्ञान, दिव्य-ज्ञान वापस लौट जाता है, अतः स्वाध्याय सलक्ष्य होना चाहिए। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन व आभार ज्ञापन महिला मंडल की मंत्री सविता जैन द्वारा किया गया।