प्रेक्षाध्यान दिवस का आयोजन
उधना।
मुनि उदित कुमार जी के सान्निध्य में केंद्रीय संस्था प्रेक्षा फाउंडेशन के निर्देशन में तेरापंथी सभा द्वारा प्रेक्षाध्यान दिवस मनाया गया। मुनिश्री ने कहा कि आचार्यश्री महाप्रज्ञ जी महान ध्यान योगी थे। उन्होंने भगवान महावीर की ध्यान साधना का गहराई से अभ्यास किया। प्राचीन आगम ग्रंथों का भी गहन अध्ययन किया। लगभग 20 वर्ष की ध्यान योग साधना के पश्चात उन्होंने प्रेक्षाध्यान का प्रवर्तन किया। प्रेक्षाध्यान एक संपूर्ण योग प्रशिक्षण प्रविधि है। प्रेक्षाध्यान के प्रयोग कायोत्सर्ग, प्राणायाम, योगासन, दीर्घ श्वास प्रेक्षा, ज्योति केंद्र प्रेक्षा, अनुप्रेक्षा आदि अनेक अंग हैं।
मुनि अनंत कुमार जी ने कहा कि प्रेक्षाध्यान आत्मदर्शन की प्रक्रिया है। मुनि ज्योतिर्मय कुमार जी ने सुंदर कथा-वार्ता द्वारा कर्तव्य निष्ठा के विकास की प्रेरणा दी। मुनि उदित कुमार जी ने दीर्घ श्वास प्रेक्षा के प्रयोग के साथ ध्यान करवाया। प्रेक्षा फाउंडेशन के गुजरात राज्य सह-प्रभारी रेणु नाहटा ने प्रेक्षाध्यान प्रविधि से जुड़ने का आह्वान किया। उन्होंने सूरत में संचालित विविध प्रेक्षा सेंटरों की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन तेरापंथी सभा, उधना के प्रेक्षाध्यान प्रभारी जवेरीलाल दुगड़ ने किया। प्रेक्षा प्रशिक्षक रतनलाल आंचलिया ने मंगलभावना करवाई। उधना की प्रेक्षा प्रशिक्षिका बहनों द्वारा प्रेक्षा गीत का संगान किया।