जैन विद्या कार्यशाला का दीक्षांत समारोह का आयोजन

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जैन विद्या कार्यशाला का दीक्षांत समारोह का आयोजन

उधना।
मुनि उदित कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, उधना में नवरात्रि आध्यात्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ। तेरापंथ भवन, सिटीलाइट में साध्वी त्रिशला कुमारी जी, आशीर्वाद पैलेस में साध्वी मधुबाला जी, पर्वत पाटिया में साध्वी हिमश्री जी, बारडोली में साध्वी सोमयशा जी एवं कामरेज में साध्वी सम्यक्प्रभा जी के सान्निध्य में भी नवरात्रि आध्यात्मिक अनुष्ठान का शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर मुनि उदित कुमार जी ने कहा कि कुछ दिन ऐसे होते हैं जिन दिनों में कोई भी नया कार्य प्रारंभ किया जाए तो उसमें विशेष सफलता प्राप्त होती है। धार्मिक मंत्र-जप के अनुष्ठान के लिए भी कुछ विशेष समय होता है। अनुष्ठान का अर्थ है आत्मा के निकट पहुँचना या आत्मा में स्थित होना। मंत्र-जप के अनुष्ठान में शब्द संरचना का भी विशेष महत्त्व होता है। जो नियमित रूप से निश्चित दिशा में और निश्चित स्थान पर नवरात्रि अनुष्ठान करता है वह आध्यात्मिकता के मार्ग पर आगे बढ़ जाता है।
मुनिश्री के सान्निध्य में संचालित जैन विद्या कार्यशाला का दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। जिमसें प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय क्रमांकितों सहित सभी उत्तीर्ण प्रतियोगियों को सम्मानित किया गया।
मुनि अनंत कुमार जी एवं मुनि रम्य कुमार जी ने नवरात्रि आध्यात्मिक अनुष्ठान करवाया। अध्यक्ष हेमंत डांगी ने स्वागत वक्तव्य एवं चंद्रेश लोढ़ा ने आभार ज्ञापित किया। दीक्षांत समारोह का संचालन जसवंत डांगी ने किया। जैन विद्या कार्यशाला की परीक्षा में प्रथम हेमंत डांगी, द्वितीय सीमा डांगी, तृतीय प्रियंका विकास चंडालिया एवं फतेहलाल मिश्रीलाल बाबेल रहे।