तप अनुमोदना कार्यक्रम का आयोजन

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तप अनुमोदना कार्यक्रम का आयोजन

तिरुपुर।
साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में शांतिबाई सेठिया, कुंभकोणम के 25 के प्रत्याख्यान का तप अनुमोदना का कार्यक्रम मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वीश्री जी ने नमस्कार महामंत्र से की। साध्वीश्री जी ने तपस्या के महत्त्व को उजागर किया। तप की आराधना मोक्षमार्ग की आराधना है। जैन साधना पद्धति का महत्त्वपूर्ण अंग हैµतपोयाग। यह चित्त शुद्धि और कर्म मुक्ति का शक्तिशाली साधन है। साध्वी मेरुप्रभा जी ने सुमधुर गीतिका से सबका मन मोह लिया। साध्वी मयंकप्रभा जी ने तप के मार्ग पर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। साध्वी दक्षप्रभा जी ने गीतिका के द्वारा तपस्या के महत्त्व को बताया। कुंभकोणम से पधारे रमेश सेठिया की धर्मपत्नी शांति बाई सेठिया ने 25 की तपस्या का प्रत्याख्यान किया। आपने इससे पहले 4 मासखमण, 22 की तपस्या, 12 बार अठाई की तपस्या, ज्ञान पंचम इत्यादि तपस्या कर रखी हैं।
कार्यक्रम का संचालन साध्वी मेरुप्रभा जी ने किया। सभा अध्यक्ष अनिल आंचलिया ने सबका स्वागत किया। तपस्वी का अभिनंदन सभा अध्यक्ष अनिल आंचलिया, मंत्री मनोज भंसाली और महिला मंडल अध्यक्षा नीतू सिंघवी ने किया।