किया स्वप्न साकार है
भारी साहस दिखलाया, किया स्वप्न साकार है।
बरसाई प्रभु ने करुणा, कर दिया उद्धार है।।
हम है कितने सौभागी, पाया भैक्षवशासन।
स्वामीजी के शासन में, पग पगा जयकार है।।
संयम के समरांगण में, जीवन को झौंक दिया।
भारी वेदन की स्थिति में, समता अपार है।।
पुष्पा से पावन बनकर, सचमुच बन गई पावन।
नेमानंदन की सन्निधि, पाई सुखकार है।।
चैपड़ा बाफना परिकर, देता बधाई है।
अक्षय प्रवण सेवा का, मिला आधार है।।
रग रग में गुरु भक्ति की, वीणा बज रही दिन-रात।
अद्भुत श्रद्धा की लौ से, पाया किनार है।।
महानगरी बंबई में तुमने, इतिहास बनाया है।
की विलक्षण संघ प्रभावना, गुंजित जयकार है।।
साध्वी रतिकला मनोज्ञ, पावन मन में आश्चर्य अपार।
कैसी धारी है दृढ़ता दिखाया चमत्कार है।।
लय: प्रभु पाश्र्वदेव चरणों में---