द पावर आॅफ रीडिंग कार्यशाला का आयोजन

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द पावर आॅफ रीडिंग कार्यशाला का आयोजन

भीलवाड़ा।
अभातेममं के निर्देशन में तेममं, भीलवाड़ा द्वारा ‘द पावर आॅफ रीडिंग’ शिल्पशाला शासनश्री मुनि हर्षलाल जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन, नागौरी गार्डन में आयोजित की गई। नवकार महामंत्र उच्चारण से कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। शिल्पशाला विषय पर मुनि हर्षलाल जी ने कहा कि ज्ञान प्रकाशकर है। लक्ष्यपूर्वक पढ़ा जाए तो याद रहता है। चिंतन व मनन के साथ जो पढ़ा जाता है वो ग्रहण किया जा सकता है। व्यक्ति को अन्य प्रवृत्तियों के साथ ही सद्साहित्य के अध्ययन का समय निकालना चाहिए ताकि उसका जीवन प्रशस्त बन सके।
मुनि पारस कुमार जी ने कहा कि पढ़ने से सम्यक् ज्ञान की प्राप्ति होती है। जैन परंपरा साहित्य की दृष्टि से समृद्ध है। व्यक्ति को साहित्य द्वारा ज्ञानार्जन करते हुए अपनी आत्मा को भावित करने का प्रयास करना चाहिए। मुनि यशवंत कुमार जी ने अपने उद्गार व्यक्त किए। मंडल अध्यक्षा मैना कांठेड ने स्वागत वक्तव्य के साथ कहा कि यह कार्यशाला हम सबके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए। अभातेममं सदस्य मनाली चोरड़िया ने कैसे, कब, क्या पढ़ना इस पर विचार एवं उषा सिसोदिया ने संशोधित संविधान की जानकारी दी।
बहनों ने गीत के माध्यम से मंगलाचरण किया। कार्यशाला का संचालन उपाध्यक्ष स्नेहलता झाबक ने किया। कोषाध्यक्ष निकिता कांठेड ने आभार ज्ञापन किया। महिला मंडल मंत्री अमिता बाबेल, निवर्तमान अध्यक्ष मीना बाबेल, सहमंत्री विनीता सुतरिया, संरक्षक परामर्शक एवं मंडल की बहनों की उपस्थिति से कार्यशाला सफल रही। मुनिप्रवर द्वारा उपस्थित बहनों ने रोज एक पृष्ठ स्वाध्याय का संकल्प ग्रहण किया।