अणुविभा प्रकल्प किड्जोन बना बच्चों के आकर्षण का केंद्र

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अणुविभा प्रकल्प किड्जोन बना बच्चों के आकर्षण का केंद्र

नंदनवन, मुंबई।
अणुव्रत अनुशासता आचार्यश्री महाश्रमण जी के चातुर्मास प्रवास स्थल, मुंबई में अणुविभा के प्रकल्प किडजोन आगंतुकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। चातुर्मास काल में खेल-खेल में पर्यावरण सुरक्षा, नैतिकता, जीवन विज्ञान एवं बच्चों के चारित्रिक उत्थान हेतु प्रतिदिन प्रशिक्षण व साप्ताहिक कार्यशालाओं के माध्यम से व्यक्तित्व विकास का अनुपम प्रयोग निरंतर जारी है। महात्मा गांधी जयंती, स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन आदि विविध अवसरों पर नंदनवन परिसर में पर्यावरण जागरूकता की रैली-विविध प्रस्तुतियाँ-अनेकता में एकता, स्वतंत्रता वीरों की जीवनी व नुक्कड़ नाटक के माध्यम से बच्चों ने समाज में हो रही दुष्प्रभावों को लोगों को बड़े रोचक ढंग से बताया।
गुरुदेव ने महती कृपा कर बच्चों की प्रस्तुति को बड़े गौर से देखा और आशीष प्रदान करते हुए फरमाया कि मुंबई की यह किडजोन पिछले अनेक किडजोन की अपेक्षा विशाल और ज्यादा उपयोगी लग रहा है। अणुविभा के अध्यक्ष अविनाश नाहर, महामंत्री भीखम सुराणा किडजोन केंद्रीय प्रभारी विनोद कोठारी के मार्गदर्शन में किडजोन सुचारु रूप से संचालित हो रहा है।
किडजोन में अनेकों साधु-साध्वियों का सान्निध्य और प्रेरणा भी निरंतर मिल रही है। राजस्थान विधानसभा की विधायक दीप्ति महेश्वरी, असम राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया, अनेक स्थानीय विधायक, नगरसेवक, अनेक संस्थाओं के शीर्षस्थ पदाधिकारियों ने भी किडजोन का अवलोकन किया। किडजोन की मुंबई संयोजिका सुमन चपलोत एवं सह-संयोजिका मीना बड़ाला के निर्देशन एवं अणुव्रत समिति, मुंबई के सहयोग से किडजोन में हर रोज अच्छी संख्या में बच्चों की उपस्थिति हो रही है। जहाँ बच्चों को नैतिक मूल्यों पर आधारित शाॅट मूवीज दिखाकर मोबाइल एडिक्शन से बचें, झूठ न बोलने जैसी प्रेरणा दी जाती है।
प्रत्येक रविवार को किडजोन में लगभग 150 बच्चों की उपस्थिति रहती है। हर रविवार को बच्चों के लिए जुंबा, डांस, ड्राइंग, गरबा जैसे अलग-अलग वर्कशाॅप का आयोजन भी किया जाता है। अब तक लगभग 4500 बच्चे और लगभग 1600 अभिभावकगण यहाँ आ चुके हैं।