आचार्यश्री तुलसी युगदृष्टा युगस्रष्टा आचार्य थे
दिल्ली।
उग्रविहारी तपोमूर्ति मुनि कमल कुमार जी के सान्निध्य में तेरापंथ धर्मसंघ के नवम अनुशास्ता गणाधिपति आचार्यश्री तुलसी के 110वें जन्म दिवस का कार्यक्रम अणुव्रत दिवस के रूप में मनाया गया। जिसमें पूर्तिपूजक गच्छाधिपति विजय रत्नांचल सूरी जी एवं स्थानकवासी संप्रदाय से मुनि सुमंतभद्र जी अपने सहवर्ती संतों के साथ पधारे। इस अवसर पर चारित्रात्माओं के आध्यात्मिक मिलन से तेरापंथ भवन में उपस्थित श्रावक-श्राविका समाज प्रफुल्लित हो गया।
अपने दीक्षा प्रदाता के प्रति उद्गार व्यक्त करते हुए मुनि कमल कुमार जी ने कहा कि तेरापंथ एक जयवंता धर्मसंघ है। आचार्यश्री तुलसी युगदृष्टा युगस्रष्टा आचार्य थे, उन्होंने समाज को अनगिनत नूतन आयाम दिए, लंबी-लंबी पद-यात्राएँ कर यश महिमा में वृद्धि की। अणुव्रत के माध्यम से जन-जन का भाग्योदय किया, जिसे कभी भूला नहीं पाएँगे। गुरुदेव की जन्म जयंती हम युगों-युगों तक मनाते रहेंगे।
गच्छाधिपति श्री विजय रत्नांचल सूरी जी ने कहा कि आचार्यश्री तुलसी एक विलक्षण संत थे, जिन्होंने गुरु के तीनों गुणों अर्जन, विसर्जन, समरक्षण को आत्मसात कर संघ को आगे बढ़ाया। हम भगवान महावीर के अनुगामी हैं, इस मार्ग के आचार्य तुलसी एक मील का पत्थर बने। मुनि सुमंतभद्र जी ने कहा कि ऐसे आचार्य जैन समाज को मिलना कठिन है, उन्होंने युगानुकूल अनेक कार्य कर समाज को देश-विदेश में नई दिशा प्रदान की। मुनि अमन कुमार जी ने इस अवसर पर सुमधुर गीतिका द्वारा एवं मुनि नमि कुमार जी ने वक्तव्य द्वारा अपनी भावनाएँ व्यक्त की।
कार्यक्रम में गांधीनगर सभाध्यक्ष कमल गांधी ने स्वागत वक्तव्य दिया। अणुव्रत समिति, दिल्ली के निवर्तमान अध्यक्ष शांतिलाल पटावरी, दिल्ली सभा के उपाध्यक्ष बाबूलाल दुगड़, तेममं पूर्वी दिल्ली की उपाध्यक्षा मंगला कुंडलिया आदि ने अपने भावों से गुणगान किया। अणुव्रत समिति की बहनों द्वारा मंगलाचरण किया गया। तेममं की बहनों एवं उपासिका विमल सुराणा ने गीत का संगान किया। एस0एस0 जैन सभा, विवेक विहार के पदाधिकारीगण कार्यक्रम में उपस्थित हुए।
गांधीनगर सभा द्वारा चातुर्मास काल में हुए मासखमण तप एवं विशेष तपस्या करने वाले तपस्वियों का सम्मान किया गया। श्राविका सूर्यकांता बैद ने मासखमण तप के अवसर पर साध्वीप्रमुखाश्री विश्रुतविभा जी द्वारा प्राप्त संदेश का वाचन जीवणमल नाहर द्वारा किया गया। मनोज सुराणा एवं भूपेंद्र सिंघवी को विशिष्ट सेवा हेतु सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संयोजन सभा मंत्री हेमराज राखेचा ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं ने सामायिक की सतरंगी और एकासन, आयंबिल, उपवास एवं पौषध आदि किए। श्रावक बाबूलालमालू ने 41 प्रहरी पौषध का प्रत्याख्यान किया। कार्यक्रम में अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। कार्यक्रम में गांधीनगर सभा एवं अणुव्रत समिति के कार्यकर्ताओं का श्रम रहा। तेयुप, दिल्ली के सहमंत्री शिवम छल्लाणी एंव क्षेत्रीय सहयोगी मिलन बोथरा एवं उनकी टीम द्वारा विहार सेवा में श्रम नियोजित किया।