द पावर आॅफ रीडिंग कार्यशाला का आयोजन
तिरुपुर।
अभातेममं द्वारा निर्देशित, महिला मंडल, तिरुपुर द्वारा ‘द पावर आॅफ रीडिंग’ शिल्पशाला का आयोजन साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी के सान्निध्य में तेरापंथ भवन में किया गया। कार्यशाला का प्रारंभ साध्वीश्री जी द्वारा नमस्कार महामंत्र से किया गया। महिला मंडल की बहनों द्वारा प्रेरणा गीत का संगान किया गया। अध्यक्षा नीता सिंघवी ने सभी का स्वागत किया। अभातेममं कार्यसमिति सदस्या अनीता बरड़िया ने कहा कि अक्षरों के ज्ञान से लेकर अध्यात्म की गहरी अनुभूति का सहज, सरल साधन हैµस्वाध्याय। मन को माँजने की मिट्टी व ज्ञान अर्जन करने का साधन हैµस्वाध्याय।
साध्वी दक्षप्रभा जी ने गीत के माध्यम से स्वाध्याय की महत्ता बताई। साध्वी मेरूप्रभा जी ने बताया कि पुस्तकों का मूल्य रत्नों से भी अधिक है, क्योंकि पुस्तकें अंतःकरण को उज्ज्वल करती हैं। जो व्यक्ति प्रतिदिन स्वाध्याय करता है, वह धीरे-धीरे अपने ज्ञानावरणीय कर्म का क्षय करता है। साध्वी डाॅ0 गवेषणाश्री जी ने कहा कि स्वाध्याय संजीवनी बूटी है। अपने आपको देखने की अपने भावों को परखने की औषधि है। जिसे पुस्तकें पढ़ने का शौक है वह सब जगह सुखी रह सकता है। हमें हमेशा सद्-साहित्य पढ़ना चाहिए। जिससे हमारी दुष्ट प्रवृत्तियों का निराकरण हो जाए। तिरुपुर क्षेत्र से अनीता बरड़िया के अभातेममं की कार्य-समिति में चयनित होने पर महिला मंडल के द्वारा उन्होंन सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार ज्ञापन मंत्री प्रीति भंडारी ने किया।