संस्कारी नारी परिवार की धुरी होती है
जयपुर।
विद्याधर नगर में माहेश्वरी गल्र्स पब्लिक स्कूल में मुनि तत्त्वरुचि जी ने कहा कि नारी ममता, समता, सहिष्णुता, दया, लज्जा और शक्ति की प्रतिमूर्ति होती है। उन्होंने कहा कि नारी को संस्कारवान बनाना पूरे परिवार को संस्कारवान बनाना है। अणुव्रत समिति, जयपुर के तत्त्वावधान में 4000 छात्राओं, 126 शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए मुनि तत्त्वरुचि जी ने बालिकाओं को जीवन विज्ञान के विभिन्न प्रयोग तथा बालिका भ्रूण हत्या और नशा नहीं करने के संकल्प भी करवाए।
कार्यक्रम के प्रारंभ में प्रिंसिपल सुनीता वशिष्ट ने मुनिश्री का स्वागत किया तथा आभार व्यक्त किया। अणुव्रत समिति मंत्री डाॅ0 जयश्री सिद्धा ने विषय पर प्रकाश डाला तथा प्रधानाचार्य का अणुव्रत पट्ट पहनाकर सम्मान किया। कार्यक्रम के अंत में तेरापंथ सभा के अध्यक्ष सुरेंद्र सेखानी, सहमंत्री कमलेश बरड़िया, नरेंद्र भूतोड़िया, मंगलचंद श्रीमाल ने विद्यालय को अणुव्रत आचार संहिता का बोर्ड तथा साहित्य भेंट किया। कार्यक्रम में अप-प्रधानाचार्य विवेक भार्गव तथा प्राइमरी विंग की प्रभारी अमृता शर्मा तथा व्यवस्थापकों ने ऐसे कार्यक्रम विद्यालय में पुनः करवाए जाने के लिए अपना समर्थन दिया।