भगवान महावीर निर्वाण दिवस का आयोजन

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भगवान महावीर निर्वाण दिवस का आयोजन

शाहदरा, दिल्ली
साध्वी अणिमाश्री जी के सान्निध्य में ओसवाल भवन में भगवान महावीर के निर्वाण दिवस पर नए वर्ष के मंगलपाठ का कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें सैकड़ों भाई-बहनों ने भगवान महावीर की अभिवंदना की। साध्वी अणिमाश्री जी ने कहा कि भगवान महावीर अध्यात्म के गौरीशंकर थे। उन्होंने इस कलियुग में अध्यात्म की गंगा प्रवाहित की। उस गंगा में अभिस्नात होकर पूरी मानव जाति पवित्रता के पथ पर अग्रसर हो रही है। भगवान महावीर समता के अनुत्तर महासाधक थे। भगवान महावीर करुणा के महासागर थे। उनके हृदय में करुणा का दरिया हिलोरे लेता था। भगवान महावीर की समता, करुणा हमारे जीवन का अभिन्न अंग बने, तभी आज का दिन मनाना हमारे लिए सार्थक होगा। साध्वीश्रीजी ने विशिष्ट जैन श्लोकों एवं प्रभावशाली मंत्रों के साथ नए वर्ष पर वृहद मंगलपाठ प्रदान किया।
साध्वी डाॅ0 सुधाप्रभा जी ने कहा कि आज हम भगवान महावीर की पूजा, अर्चना, स्तुति कर रहे हैं, क्यों? वो तो अब सिद्ध, बुद्ध, मुक्त हो गए हैं। फिर उनकी स्तवना क्यों? हमारे पूर्वाचार्यों ने कहा है उनके गुण हमारे भीतर अवतरित हों, इसलिए हम भगवान महावीर की पूजा, स्तुति कर रहे हैं। साध्वी कणिकाश्री जी व साध्वी समत्वयशा जी ने भगवान महावीर की स्तुति में मंगल गान का संगान किया। साध्वी मैत्रीप्रभा जी ने मंच संचालन किया। अणुविभा के महामंत्री भीखमचंद सुराणा, दिल्ली सभाध्यक्ष सुखराज सेठिया, शाहदरा सभाध्यक्ष पन्नालाल बैद, ओसवाल समाज अध्यक्ष आनंद बुच्चा ने पूरी परिषद को दीपावली एवं भगवान महावीर निर्वाण दिवस की शुभकामनाएँ दी।